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रामलला से लेकर UAE में हिंदू मंदिर तक, काशी से देश के सामने सनातन आस्था पर अपनी बात रखेंगे पीएम मोदी

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को वाराणसी (Prime Minister Narendra Modi) पहुंच चुके हैं. बाबतपुर हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपममुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ ही कई जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 23, 2024, 9:30 AM IST

वाराणसी : जिले के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीती रात वाराणसी पहुंच चुके हैं. शुक्रवार को वह कई कार्यक्रमों में शामिल होने के साथ ही पूर्वांचल की धरती से देश को 13 हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं का तोहफा देंगे. इसके साथ ही किसानों को संबोधित करते हुए अपनी चुनावी रणनीति रखने का भी काम करेंगे. आज उनके कार्यक्रम में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और सीर गोवर्धनपुर में संत रविदास जयंती का भी कार्यक्रम है. इन दोनों ही जगहों से वह युवाओं के साथ ही दलितों को साधने का काम करेंगे. बीते 10 साल में पीएम का यह 44वां दौरा है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहला दौरा है. ऐसे में मंदिर का जिक्र जरूर करेंगे.

बाबतपुर हवाई अड्डा से पीएम मोदी बीती रात बनारस में पहुंचे. यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ ही कई जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया है. यहां से वह बरेका गेस्ट हाउस के लिए रवाना हुए. जब वह रात के 10 बजे के बाद बरेका जा रहे थे तो लगभग 30 किलोमीटर के रास्ते पर जनता सड़क के दोनों ओर उनकी एक झलक पाने का इंतजार कर रही थी. उनके काफिले के गुजरने के साथ ही नारे लग रहे थे. बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी दौरे पर हैं. ऐसे में सनातन आस्था को लेकर भी देश के सामने अपनी बात रखेंगे.

सांस्कृतिक बदलाव और चेतना का जिक्र : राजनीतिक विश्लेषक रवि प्रकाश पांडेय कहते हैं कि, अयोध्या में चले आ रहे लगभग 500 साल के संघर्ष की परिणति रामलला के मंदिर बन जाने से हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उन्होंने देश ही नहीं दुनिया को यह संदेश देने का काम किया कि भारत अब अपनी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक ताकत को भी बढ़ा रहा है. उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश की अर्थव्यवस्था और आधुनिकता के साथ ही सनातन आस्था देश का सबसे अभिन्न अंग है. ऐसे में वह अपने इस संदेश को काशी की धरती से दोहराने का काम करेंगे. वह मंच से देश में हो रहे सांस्कृतिक बदलाव और चेतना का जिक्र कर सकते हैं.


लगातार हो रहा है मंदिरों का निर्माण-जीर्णोद्धार : वह कहते हैं कि पीएम मोदी के कार्यकाल में देश की अंतरराष्ट्रीय ताकत बढ़ी है. देश एक बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर भी उभरा है. मगर इसके साथ ही उन्होंने मंदिरों का निर्माण और जीर्णोद्धार कराने का काम किया है. गुजरात में माता का मंदिर हो, बनारस में बाबा काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर हो या फिर अयोध्या का कायाकल्प हो. उनके राजनीतिक साधना के साथ ही आध्यात्मिक और सनातनी आस्था का भी प्रदर्शन करता है. अभी यूएई में हिन्दू मंदिर के उद्घाटन में पीएम का जाना भी दुनिया को एक बड़ा संदेश दे गया है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव को देखते हुए सनातन आस्था पर अपनी बात रख सकते हैं. इससे पूरे देश को एक संदेश जाएगा.

बीएचयू और सीर गोवर्धपुर में रहेगा कार्यक्रम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग सुबह 10 बजे सड़क मार्ग से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय पहुंचेंगे. यहां स्वतंत्रता भवन में सांसद क्विज प्रतियोगिता, सांसद संस्कृत प्रतियोगिता, सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं के साथ ही संस्कृत विद्यालय के मेधावियों को पुरस्कृत करेंगे. इसके साथ ही संस्कृत विद्यालयों के छात्रों के लिए निशुल्क पुस्तक-वस्त्र व वाद्ययंत्र वितरण का शुभारंभ करेंगे. काशी की संस्कृति व कला समेत 12 थीम पर आधारित फोटो प्रदर्शनी को देखेंगे. यहां पर वह युवाओं को मंच से संबोधित करेंगे. इसके साथ ही सुबह 11 बजे के करीब सीरगोवर्धनपुर जाएंगे. जहां पर संत रविदास के मंदिर में दर्शन पूजन कर लंगर छकेंगे. साथ ही संत रविदास की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. यहां पर रविदासियों को संबोधित करेंगे.

यह भी पढ़ें : पीएम मोदी का काशी दौरा; लोकसभा चुनाव 2024 के पहले यूपी को मिलेगा बड़ा तोहफा

यह भी पढ़ें : काफिला रुकवा कर अचानक गाड़ी से उतर गए पीएम मोदी, दौड़ने लगी पुलिस और एसपीजी, पढ़िए डिटेल

वाराणसी : जिले के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीती रात वाराणसी पहुंच चुके हैं. शुक्रवार को वह कई कार्यक्रमों में शामिल होने के साथ ही पूर्वांचल की धरती से देश को 13 हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं का तोहफा देंगे. इसके साथ ही किसानों को संबोधित करते हुए अपनी चुनावी रणनीति रखने का भी काम करेंगे. आज उनके कार्यक्रम में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और सीर गोवर्धनपुर में संत रविदास जयंती का भी कार्यक्रम है. इन दोनों ही जगहों से वह युवाओं के साथ ही दलितों को साधने का काम करेंगे. बीते 10 साल में पीएम का यह 44वां दौरा है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहला दौरा है. ऐसे में मंदिर का जिक्र जरूर करेंगे.

बाबतपुर हवाई अड्डा से पीएम मोदी बीती रात बनारस में पहुंचे. यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ ही कई जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया है. यहां से वह बरेका गेस्ट हाउस के लिए रवाना हुए. जब वह रात के 10 बजे के बाद बरेका जा रहे थे तो लगभग 30 किलोमीटर के रास्ते पर जनता सड़क के दोनों ओर उनकी एक झलक पाने का इंतजार कर रही थी. उनके काफिले के गुजरने के साथ ही नारे लग रहे थे. बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी दौरे पर हैं. ऐसे में सनातन आस्था को लेकर भी देश के सामने अपनी बात रखेंगे.

सांस्कृतिक बदलाव और चेतना का जिक्र : राजनीतिक विश्लेषक रवि प्रकाश पांडेय कहते हैं कि, अयोध्या में चले आ रहे लगभग 500 साल के संघर्ष की परिणति रामलला के मंदिर बन जाने से हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उन्होंने देश ही नहीं दुनिया को यह संदेश देने का काम किया कि भारत अब अपनी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक ताकत को भी बढ़ा रहा है. उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश की अर्थव्यवस्था और आधुनिकता के साथ ही सनातन आस्था देश का सबसे अभिन्न अंग है. ऐसे में वह अपने इस संदेश को काशी की धरती से दोहराने का काम करेंगे. वह मंच से देश में हो रहे सांस्कृतिक बदलाव और चेतना का जिक्र कर सकते हैं.


लगातार हो रहा है मंदिरों का निर्माण-जीर्णोद्धार : वह कहते हैं कि पीएम मोदी के कार्यकाल में देश की अंतरराष्ट्रीय ताकत बढ़ी है. देश एक बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर भी उभरा है. मगर इसके साथ ही उन्होंने मंदिरों का निर्माण और जीर्णोद्धार कराने का काम किया है. गुजरात में माता का मंदिर हो, बनारस में बाबा काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर हो या फिर अयोध्या का कायाकल्प हो. उनके राजनीतिक साधना के साथ ही आध्यात्मिक और सनातनी आस्था का भी प्रदर्शन करता है. अभी यूएई में हिन्दू मंदिर के उद्घाटन में पीएम का जाना भी दुनिया को एक बड़ा संदेश दे गया है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव को देखते हुए सनातन आस्था पर अपनी बात रख सकते हैं. इससे पूरे देश को एक संदेश जाएगा.

बीएचयू और सीर गोवर्धपुर में रहेगा कार्यक्रम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग सुबह 10 बजे सड़क मार्ग से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय पहुंचेंगे. यहां स्वतंत्रता भवन में सांसद क्विज प्रतियोगिता, सांसद संस्कृत प्रतियोगिता, सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं के साथ ही संस्कृत विद्यालय के मेधावियों को पुरस्कृत करेंगे. इसके साथ ही संस्कृत विद्यालयों के छात्रों के लिए निशुल्क पुस्तक-वस्त्र व वाद्ययंत्र वितरण का शुभारंभ करेंगे. काशी की संस्कृति व कला समेत 12 थीम पर आधारित फोटो प्रदर्शनी को देखेंगे. यहां पर वह युवाओं को मंच से संबोधित करेंगे. इसके साथ ही सुबह 11 बजे के करीब सीरगोवर्धनपुर जाएंगे. जहां पर संत रविदास के मंदिर में दर्शन पूजन कर लंगर छकेंगे. साथ ही संत रविदास की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. यहां पर रविदासियों को संबोधित करेंगे.

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