ETV Bharat / bharat

पीएम मोदी ने राम मंदिर-वोट बैंक राजनीति पर कांग्रेस को घेरा, कहा- मैं हैरान हूं, उनमें इतनी नफरत है - PM Modi on Congress

PM Modi on Congress: पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने पर कहा कि कांग्रेस को गर्व होना चाहिए था कि जिन लोगों ने राम मंदिर बनाया और इसके लिए संघर्ष किया, उन्होंने उसके सारे पाप भूलकर आमंत्रित किया. पीएम ने कहा कि इससे यही लगता है कि वोट बैंक की राजनीति ने कांग्रेस को लाचार बना दिया है. पढ़ें पूरी खबर.

PM Modi on Congress
पीएम नरेंद्र मोदी
author img

By ANI

Published : Apr 15, 2024, 7:01 PM IST

Updated : Apr 15, 2024, 9:52 PM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण अस्वीकार करने पर कांग्रेस पर सवाल उठाया. एएनआई को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने राम मंदिर मुद्दे को राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया है. राम मंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भाजपा और उनके जन्म से पहले से ही यह मुद्दा चला आ रहा था. उस वक्त भी इस मामले को कोर्ट के जरिये निपटाया जा सकता था. समस्या का समाधान निकाला जा सकता था. भारत के बंटवारे के समय भी वे तय कर सकते थे कि ऐसा-ऐसा करेंगे. ऐसा नहीं किया गया. क्यों? क्योंकि यह उनके लिए वोट बैंक की राजनीति के लिए एक हथियार की तरह था.

पीएम मोदी ने आगे कहा, यहां तक कि जब मामला अदालत में चल रहा था, तब भी कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने अदालत के फैसले में देरी करने की कोशिश की. क्योंकि उनके लिए यह एक राजनीतिक हथियार था. वे कहते रहे कि राम मंदिर बनाएंगे, तुम्हें मार देंगे. यह अपने वोट बैंक को खुश करने का एक तरीका था. अब क्या हुआ? राम मंदिर बन गया, कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और वो मुद्दा उनके हाथ से निकल गया.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सोमनाथ मंदिर से लेकर अब तक की घटनाएं देखिए. कांग्रेस की सोच पता चल जाएगी. सोमनाथ मंदिर से क्या समस्या थी? आजादी के बाद देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद वहां जाना चाहते थे. उस समय न कोई जनसंघ था, न भाजपा. लेकिन उन्होंने राजेंद्र बाबू को जाने से मना कर दिया.

पीएम मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को गर्व होना चाहिए था कि जिन लोगों ने राम मंदिर बनाया और इसके लिए संघर्ष भी किया, वे कांग्रेस के सारे पाप भूलकर उसके नेताओं के घर जाकर आमंत्रित करते हैं. राम मंदिर आंदोलन से जुड़े लोग नई शुरुआत करना चाहते थे. लेकिन कांग्रेस ने उनका न्योता अस्वीकार कर दिया. इससे यही लगता है कि वोट बैंक की राजनीति ने कांग्रेस को लाचार बना दिया है. उसी वोट बैंक की वजह से कांग्रेस ऐसी हरकतें करती रहती हैं. किसी को नीचा दिखाना, किसी का अपमान करना, ये कांग्रेस की सोच में है.

पीएम मोदी ने आगे कहा, अब अगर मैं पूर्वोत्तर के राज्यों में जाता हूं तो अगर वहां लोग मुझसे अपने कपड़े पहनने के लिए कहते हैं तो मैं उन्हें पहन लेता हूं. उसका भी मजाक उड़ाया जा रहा है. अगर मैं तमिलनाडु जाता हूं, लुंगी पहनता हूं तो उन्हें लगता है कि मैं क्या कर रहा है. मैं हैरान हूं, उनके अंदर इतनी नफरत है.

ये भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2024: 10 पॉइंट्स में समझें भाजपा-कांग्रेस-लेफ्ट के बड़े चुनावी वादे

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण अस्वीकार करने पर कांग्रेस पर सवाल उठाया. एएनआई को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने राम मंदिर मुद्दे को राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया है. राम मंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भाजपा और उनके जन्म से पहले से ही यह मुद्दा चला आ रहा था. उस वक्त भी इस मामले को कोर्ट के जरिये निपटाया जा सकता था. समस्या का समाधान निकाला जा सकता था. भारत के बंटवारे के समय भी वे तय कर सकते थे कि ऐसा-ऐसा करेंगे. ऐसा नहीं किया गया. क्यों? क्योंकि यह उनके लिए वोट बैंक की राजनीति के लिए एक हथियार की तरह था.

पीएम मोदी ने आगे कहा, यहां तक कि जब मामला अदालत में चल रहा था, तब भी कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने अदालत के फैसले में देरी करने की कोशिश की. क्योंकि उनके लिए यह एक राजनीतिक हथियार था. वे कहते रहे कि राम मंदिर बनाएंगे, तुम्हें मार देंगे. यह अपने वोट बैंक को खुश करने का एक तरीका था. अब क्या हुआ? राम मंदिर बन गया, कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और वो मुद्दा उनके हाथ से निकल गया.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सोमनाथ मंदिर से लेकर अब तक की घटनाएं देखिए. कांग्रेस की सोच पता चल जाएगी. सोमनाथ मंदिर से क्या समस्या थी? आजादी के बाद देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद वहां जाना चाहते थे. उस समय न कोई जनसंघ था, न भाजपा. लेकिन उन्होंने राजेंद्र बाबू को जाने से मना कर दिया.

पीएम मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को गर्व होना चाहिए था कि जिन लोगों ने राम मंदिर बनाया और इसके लिए संघर्ष भी किया, वे कांग्रेस के सारे पाप भूलकर उसके नेताओं के घर जाकर आमंत्रित करते हैं. राम मंदिर आंदोलन से जुड़े लोग नई शुरुआत करना चाहते थे. लेकिन कांग्रेस ने उनका न्योता अस्वीकार कर दिया. इससे यही लगता है कि वोट बैंक की राजनीति ने कांग्रेस को लाचार बना दिया है. उसी वोट बैंक की वजह से कांग्रेस ऐसी हरकतें करती रहती हैं. किसी को नीचा दिखाना, किसी का अपमान करना, ये कांग्रेस की सोच में है.

पीएम मोदी ने आगे कहा, अब अगर मैं पूर्वोत्तर के राज्यों में जाता हूं तो अगर वहां लोग मुझसे अपने कपड़े पहनने के लिए कहते हैं तो मैं उन्हें पहन लेता हूं. उसका भी मजाक उड़ाया जा रहा है. अगर मैं तमिलनाडु जाता हूं, लुंगी पहनता हूं तो उन्हें लगता है कि मैं क्या कर रहा है. मैं हैरान हूं, उनके अंदर इतनी नफरत है.

ये भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2024: 10 पॉइंट्स में समझें भाजपा-कांग्रेस-लेफ्ट के बड़े चुनावी वादे

Last Updated : Apr 15, 2024, 9:52 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.