नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के जेएलएन स्टेडियम में एक कार्यक्रम के दौरान दिल्ली मेट्रो के चरण-4 के दो अतिरिक्त कॉरिडोर की आधारशिला रखेंगे. कई मायने में यह कॉरिडोर काफी लाभप्रद भी साबित होगा. कॉरिडोर इंद्रलोक को इंद्रप्रस्थ और लाजपत नगर को साकेत जी ब्लॉक से जोड़ेंगे. जानकारी के मुताबिक ये गलियारे कुल मिलाकर 20 किमी से अधिक लंबे होंगे और कनेक्टिविटी में सुधार और यातायात की भीड़ को कम करने में मदद करेंगे.
इस कॉरिडोर को मोदी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी. आपको बता दें इस गलियारों की कुल परियोजना लागत 8,399 करोड़ रुपये है, जो केंद्र सरकार (4,309 करोड़ रुपये), दिल्ली सरकार और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एजेंसियों से प्राप्त की जाएगी.
यह कॉरिडोर दिल्ली मेट्रो नेटवर्क में एक साथ 8 नए इंटरचेंज स्टेशंस जुड़ जाएंगे, जो अलग-अलग लाइनों को आपस में कनेक्ट करेंगे. इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर ग्रीन लाइन का विस्तार होगा और रेड, येलो, एयरपोर्ट लाइन, मैजेंटा, वॉयलेट और ब्लू लाइनों के साथ इंटरचेंज प्रदान करेगा, जबकि लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर सिल्वर, मैजेंटा, पिंक और बैंगनी रेखाएँ को जोड़ेगा.
लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर पूरी तरह से ऊंचा होगा और इसमें आठ स्टेशन होंगे - लाजपत नगर, एंड्रयूज गंज, ग्रेटर कैलाश -1, चिराग दिल्ली, पुष्पा भवन, साकेत जिला केंद्र, पुष्प विहार और साकेत जी ब्लॉक. इस कॉरिडोर से मेट्रो की पहुँच बढे़गी और लोगो को फायदा मिलेगा. इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में लगभग 11.35 किमी की भूमिगत लाइनें और 1.03 किमी की एलिवेटेड लाइनें होंगी, जिसमें 10 स्टेशन शामिल होंगे - इंद्रलोक, दया बस्ती, सराय रोहिल्ला, अजमल खान पार्क, नबी करीम, नई दिल्ली, एलएनजेपी अस्पताल, दिल्ली गेट, दिल्ली सचिवालय और इंद्रप्रस्थ.
इतना ही नहीं इद्रलोक-इंद्रप्रस्थ लाइन हरियाणा के बहादुरगढ़ क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और इन क्षेत्रों के यात्री सीधे इंद्रप्रस्थ के साथ-साथ मध्य और पूर्वी दिल्ली के विभिन्न अन्य क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए ग्रीन लाइन पर यात्रा करने में सक्षम होंगे. इन कॉरिडोर पर इंद्रलोक, नबी करीम, नई दिल्ली, दिल्ली गेट, इंद्रप्रस्थ, लाजपत नगर, चिराग दिल्ली और साकेत जी ब्लॉक में आठ नए इंटरचेंज स्टेशन बनेंगे. ये स्टेशन दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की सभी परिचालन लाइनों के बीच इंटरकनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार करेंगे.
आपको बता दें दिल्ली मेट्रो दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते मेट्रो नेटवर्क में से एक है और वर्तमान में, डीएमआरसी 286 स्टेशनों वाले 391 किमी के नेटवर्क का संचालन करता है.