दिल्ली: आचार्य विद्यासागर जी महाराज का देव लोक गमन हो गया. शनिवार की रात आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने अंतिम सांस ली. महाराज जी के निधन की खबर फैलते ही पूरे देश में शोक की लहर फैल गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जैसे ही विद्यासागर जी महाराज के निधन की खबर लगी वो भावुक हो गए. पीएम ने एक्स पर और बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन के मंच से कहा कि उनका निधन समाज के लिए बड़ी क्षति है. महाराज का ज्ञान सदियों तक समाज को प्रकाश देने का काम करता रहेगा.
बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में भावुक हुए पीएम: प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा कि बीते साल छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में महाराज जी से मुलाकात हुई थी. उनका आशीर्वाद मुझे मिला था. पीएम ने खुद को शौभाग्यशाली बताते हुए कहा कि उनका आशीर्वाद हमेशा मुझे मिलता रहा. पीएम ने अधिवेशन के मंच से आचार्य विद्यासागर जी महाराज को श्रद्धांजलि देते हुए एक मिनट का मौन भी रखा. पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर जैन मुनि विद्यासागर जी महाराज से मुलाकात की तस्वीर पोस्ट की. पीएम ने लिखा कि समाज के लिए उनका योगदान अप्रतिम है पीढ़ियां उनको याद करेंगी.
आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी का ब्रह्मलीन होना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है. लोगों में आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके बहुमूल्य प्रयास सदैव स्मरण किए जाएंगे. वे जीवनपर्यंत गरीबी उन्मूलन के साथ-साथ समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटे रहे. यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे निरंतर उनका आशीर्वाद मिलता रहा. पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी जैन मंदिर में उनसे हुई भेंट मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगी. तब आचार्य जी से मुझे भरपूर स्नेह और आशीष प्राप्त हुआ था. समाज के लिए उनका अप्रतिम योगदान देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा. - नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
जैन समाज के प्रमुख संत थे विद्यासागर जी महाराज: आचार्य विद्यासागर जी महाराज का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया है. महाराज के अंतिम दर्शन के लिए डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर हजारों की संख्या में भक्त पहुंचे. शोक की लहर के बीच मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आधे दिन का राजकीय शोक भी घोषित किया. डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर महाराज अक्सर आते रहते थे इस दौरान हजारों भक्त उनके दर्शन लाभ के लिए वहां पहुंचते थे.
बेलगांव में हुआ था जन्म: विद्यासागर जी महाराज का जन्म कर्नाटक के बेलगांव में हुआ था. विश्व प्रसिद्ध जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज पांच सौ से ज्यादा लोगों को अबतक जैन धर्म की दीक्षा दे चुके हैं. बीते दिनों ही आचार्य जी को गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में ब्रह्मांड के देवता के रुप में सम्मानित किया गया है. मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड में आचार्य जी महाराज को छोटे बाबा के नाम से भी पुकारा जाता था. दमोह के कुंडलपुर में भव्य मंदिर का भी विद्यासागर जी महाराज ने निर्माण करवाया था.