नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की सनातन विरोधी विचारधारा को लेकर पर सवाल किया कि कांग्रेस की क्या मजबूरी है, जो सनातन धर्म के खिलाफ जहर उगलने वालों के खिलाफ गठबंधन करने को मजबूर है. न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डीएमके के खिलाफ भारी गुस्सा है और तमिलनाडु के लोग अब भाजपा की ओर रुख कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के भीतर ही चिंता करने का विषय है. डीएमक का तो जन्म ही शायद इसी नफरत में हुआ होगा और धीरे-धीरे लोग उनके नफरत के खेल को भी अस्वीकार कर रहे हैं. इसलिए सवाल कांग्रेस जैसी पार्टी का है कि क्या उसने अपनी मूल विचारधारा को गंवा दिया है. जिनकी नेता इंदिरा गांधी कभी खुलेआम गले में रुद्राक्ष की माला पहनकर घूमती थीं.
पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा दक्षिण भारत में लगातार काम कर रही है. जब लोग कांग्रेस से निराश हो गए, तो वे क्षेत्रीय दलों की ओर चले गए. अब लोग इन दलों से निराश हैं. निराशा के इस माहौल में जनता को केंद्र में भाजपा सरकार का मॉडल नजर आ रहा है. उन्होंने देश के अन्य राज्यों में भाजपा सरकार का मॉडल देखा. देश भर में रहने वाले तमिलों ने अपने घर जाकर कहा कि हम जहां रहते हैं उस राज्य में ऐसा हो रहा है. इसलिए लोगों ने स्वाभाविक रूप से तुलना करना शुरू कर दिया.
पीएम मोदी ने कहा, जब मैंने 'तमिल काशी संगम' किया, तो तमिलनाडु में डीएमके पार्टी के लोग हमें 'पानीपुरी वाले' कहकर हमारा मजाक उड़ाते थे. लेकिन जब तमिलनाडु के लोग काशी संगम में आए और काशी को देखा तो उन्होंने कहा, ये वो नहीं जो हम सुनते थे. यह बहुत विकसित दिखता है. बहुत प्रगति हुई है. इसी वजह से डीएमके के खिलाफ काफी गुस्सा बढ़ गया है. उस गुस्से ने अब लोगों को सकारात्मक तरीके से भाजपा की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया है.
तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अन्नामलाई बहुत अच्छे और युवा नेता हैं. स्पष्टवादी हैं. उन्होंने लोगों की सेवा करने के लिए आईपीएस कैडर की नौकरी छोड़ दी. अन्य लोग सोचते हैं कि उन्होंने इतना बड़ा करियर छोड़ दिया और भाजपा में शामिल हो गए. अगर वह डीएमके में शामिल हुए होते तो बन गए होते. वह वहां नहीं गए. वह भाजपा में आए. लोगों को लगता है कि वह भाजपा में गए हैं, इसलिए यह आकर्षण का स्रोत बन गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा एक परिवार की पार्टी नहीं है, यहां सभी को अवसर मिलता है. उन्होंने कहा कि भाजपा की खासियत है कि हम हर स्तर पर, हर छोटे-बड़े कार्यकर्ता को मौका देते हैं, जिसमें क्षमता है. भाजपा परिवार आधारित पार्टी नहीं है. कुछ विपक्षी पार्टियां हैं जिनका मिशन है: परिवार का, परिवार द्वारा और परिवार के लिए. इसीलिए भाजपा हर किसी को मौका मिलता है.
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