पटियाला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से पंजाब के दो दिवसीय (23-24 मई) दौरे पर हैं. अपने दौरे के पहले दिन गुरुवार 23 मई को पीएम मोदी पटियाला पहुंचे. जहां उन्होंने एक चुनावी रैली को संबोधित किया. दरअसल, 1 जून को लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के लिए राज्य में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि पंजाब ने कृषि से लेकर उद्योग तक विभिन्न क्षेत्रों में देश को नेतृत्व दिया है.
पीएम मोदी ने पटियाला में चुनावी रैली के दौरान फिर एक बार मोदी सरकार के नारे के साथ अपनी सरकार के प्रति जनता के समर्थन को उजागर किया. उन्होंने पंजाब के मतदाताओं से राज्य और राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में प्रत्येक वोट के महत्व पर जोर देते हुए अपना वोट बर्बाद न करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि पांच चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है और जनता पहले ही 'फिर एक बार मोदी सरकार' पर अपनी मुहर लगा चुकी है. आप उसे वोट दीजिए जो सरकार बनाए. जो विकसित पंजाब और भारत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हो. लोकसभा चुनाव देश को मजबूत बनाने का चुनाव है.
आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला
प्रधानमंत्री ने आगे अपने संबोधन में पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में नशे का कारोबार फल-फूल रहा है और सरकार कर्ज में डूबी है. उद्योग अब पंजाब छोड़ रहे हैं जबकि नशीली दवाओं का व्यापार बढ़ रहा है. पूरी सरकार कर्ज पर चल रही है. पीएम मोदी ने कहा, यहां रेत और ड्रग माफिया और शूटर गैंग का राज होते हुए सरकारी हुकूमत नहीं चलती. कागजी सीएम को दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाने से ही फुर्सत नहीं है.
गुजरात के लखपत जाएं
प्रधानमंत्री ने पटियाला में जनता से आगे कहा कि अगर आपको समय मिले तो गुजरात के लखपत जाएं, जहां गुरु नानक देव जी ने विश्राम किया था. भूकंप के कारण भीतरी गुरुद्वारा ढह गया. मैं तब वहां का मुख्यमंत्री था. मैंने कहा था कि मैं वैसा ही गुरुद्वारा बनाना चाहता हूं जैसा गुरु साहिब के समय था. लेकिन, गुरुद्वारा को बनाने के लिए कोई कारीगर नहीं थे.आज कच्छ के अंतिम छोर पर लखपत में वही गुरुद्वारा खड़ा है, जो पहले था.
रैली से पहले हंगामा
आज पीएम मोदी की रैली का विरोध करने के लिए पटियाला आ रहे किसान-मजदूरों को रास्ते में ही पुलिस ने घेर लिया. बता दें, किसान राजपुरा की तरफ से पटियाला में दाखिल होना चाहते थे. किसान रैली का विरोध करने पर अड़े हुए थे. लेकिन, पुलिस उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया. पुलिस के साथ-साथ वहां अर्धसैनिक बल भी तैनात थे. इसके साथ ही पुलिस ने रेत से भरे ट्रकों से इलाके की नाकेबंदी कर दी है. किसानों के विरोध को देखते हुए प्रशासन ने पटियाला-राजपुरा हाईवे को बंद कर दिया है. शंभू बॉर्डर पर प्रधानमंत्री की रैली का विरोध कर रहे किसान भी पटियाला के लिए रवाना हो गए हैं. जानकारी के अनुसार, पीएम 24 मई को भी पंजाब में चुनावी सभा में हिस्सा लेगें.
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह बीमार
वहीं, किसान के धरने को लेकर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रनिंदर ने कहा कि धरने से कोई फर्क नहीं पड़ता. उनके परिवार का पटियाला निवासियों से पारिवारिक संबंध है. बता दें कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटियाला रैली में शामिल नहीं हुए. बीमारी के कारण कैप्टन अभी तक अपनी पत्नी प्रणीत कौर के लिए चुनाव प्रचार करते नजर नहीं आए हैं.
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