कोल्लम (केरल): बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि कुछ लोग उन्हें नीचे गिराने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि वह संदेशखाली की महिलाओं के लिए खड़े हुए थे. उन्होंने कहा कि वह कोल्लम से हैं और कोल्लम के लोगों को इस तरह डाउन नहीं किया जा सकता.
बोस कोल्लम पनमाना आश्रम में चटंबी स्वामी महासमाधि शताब्दी समारोह में शंकू पिल्लई स्मरण दिवस का उद्घाटन करते हुए बोल रहे थे. बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने अपने भाषण की शुरुआत संदेशखाली मुद्दे का जिक्र करते हुए की. बंगाल की मुख्यमंत्री ने उनसे संदेशखाली न जाने को कहा था. उन्होंने स्पष्ट किया कि इसके पीछे वजह ये थी कि सुरक्षा प्रदान नहीं की जा सकती.
गौरतलब है कि कोलकाता में राजभवन की एक अस्थाई महिला स्टाफ ने उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है. आरोपों से घिरे बोस अपने गृह राज्य केरल में हैं. राजभवन छोड़ने से पहले उन्होंने एक ऑडियो संदेश दिया था. बोस ने दावा किया था कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश रची गई है.
राजभवन कर्मचारियों को लिखा पत्र : उधर, बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने रविवार को राजभवन के कर्मचारियों को पत्र लिखा और उनसे उनके खिलाफ लगाए गए छेड़छाड़ के आरोपों के संबंध में पुलिस के किसी भी संचार को नजरअंदाज करने को कहा. उन्होंने राजभवन के कर्मचारियों से यह भी कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान राज्यपाल के खिलाफ कोई आपराधिक कार्यवाही शुरू नहीं की जा सकती. दरअसल सूत्रों का कहना है कि कोलकाता पुलिस की एक विशेष जांच टीम राजभवन से सीसीटीवी फुटेज मांग रही है.