देहरादूनः भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में 14 दिसंबर 2024 का दिन 491 कैडेट के लिए ही खास नहीं था, बल्कि उनके माता-पिता और देश के लिए भी यह दिन काफी अहम है. अकादमी से वैसे तो 491 कैडेट्स आज पास आउट हुए हैं. इनमें से 456 कैडेट्स ऐसे हैं जिन्होंने भारतीय सेना में अफसर बनने का अपना सपना पूरा किया है. शनिवार को सुबह से ही भारतीय सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड के लिए गतिविधियां शुरू हो गई. दोपहर बाद करीब 12:30 बजे प्रथम पग के साथ ही कैडेट्स सेना का हिस्सा बन गए.
अकादमी में शनिवार को कड़ी ठंड के बीच सुबह करीब 6 बजे से ही कैडेट्स के परिजनों का परेड मैदान पर पहुंचना शुरू हो गया. इस दौरान सुबह भारतीय सैन्य अकादमी के करीब भारी ट्रैफिक का सामना करना पड़ा. हालांकि, मीडिया समेत परिजनों को 7:30 तक परेड मैदान में पहुंचने का समय निर्धारित किया गया था. लेकिन ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने मौजूद परेड ग्राउंड में सुबह ठीक 8:54 पर कैडेट्स परेड के लिए पहुंच गए. इसके करीब 36 मिनट बाद पासिंग आउट परेड के मुख्य अतिथि और रिव्यूइंग ऑफिसर नेपाल के सेना प्रमुख परेड मैदान पर सलामी लेने के लिए आए.
इसके बाद कैडेट्स ने कदमताल करते हुए परेड शुरू की. इस दौरान नेपाल के सेना प्रमुख ने अकादमी में प्रशिक्षण के दौरान बेहतर परफॉर्मेंस देने वाले केडेट को मेडल दिए. इससे पहले रिव्यूइंग ऑफिसर ने परेड का निरीक्षण किया और परेड की सलामी भी ली.
इसके बाद नेपाल सेना प्रमुख अशोक राज ने अपने संदेश में अकादमी के बेहतर प्रयासों की बात कही और पास आउट होने वाले अफसरों को आगामी चुनौतियों के लिए शुभकामनाएं दी.
चेटवुड भवन के सामने मैदान पर करीब एक घंटे तक परेड का यह कार्यक्रम चला. जिसमें अंतिम पग पार करते हुए कैडेट्स ने ट्रेनिंग को पूरा कर लिया. इस दौरान चेटवुड भवन के पीछे से तीन हेलीकॉप्टर भारतीय सेना के नए अफसरों का आसमान से फूलों की बरसात कर स्वागत करते हुए नजर आए.
परेड में कैडेट्स के कदमताल और आसमान से फूलों की बरसात के इस दृश्य को देखकर यहां मौजूद परिजनों और सेना के अफसरों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया.
कैडेट्स के प्रथम पग पार करने के ठीक एक घंटा 27 मिनट बाद निजाम पवेलियन में पिपिंग सेरेमनी का कार्यक्रम शुरू हुआ. इस दौरान सेना के नए अफसरों ने शपथ ली और परिजनों ने अपने लाडलों के कंधों पर सितारे लगाए.
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