नई दिल्ली: संसद के दोनों सदनों में अडाणी और जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर लगातार घमासान जारी है. जहां राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में विपक्ष की एकता नजर आ रही, वहीं अडाणी मुद्दे पर कांग्रेस द्वारा किए जा रहे विरोध में इंडिया गठबंधन की बाकी पार्टियां साथ नजर नहीं आ रहीं. अब भाजपा की तरफ से लगाए गए सोरोस संबंधी आरोप में भी कांग्रेस के बचाव में विपक्षी गठबंधन की पार्टियां एकजुट नहीं दिख रही हैं.
इंडिया गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने सदन में कहा कि सपा ना तो अडाणी केस और ना ही सोरोस मामले में किसी के साथ है, बल्कि उनकी पार्टी चाहती है कि सदन चले.
देखा जाए तो अब सोरोस मामले पर भाजपा जितनी आक्रामक हो चुकी है और सदन में चर्चा की मांग कर रही, वहीं इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियां अडाणी मुद्दे पर कांग्रेस का साथ नहीं दे रही हैं, जिससे मुख्य विपक्षी पार्टी अलग-थलग नजर आ रही है.
कांग्रेस ने अन्य दिनों की तरह बुधवार को भी संसद भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें अडाणी का मुद्दा भी शामिल था.
वहीं, भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
भाजपा जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन से कांग्रेस को धन प्राप्त होने का आरोप लगा रही है, जिनके कश्मीर को भारत से अलग करने जैसे विवादास्पद मुद्दों की वकालत करने वाले संगठनों के साथ वित्तीय संबंध हैं.
भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस, जॉर्ज सोरोस द्वारा वित्तपोषित संगठित 'अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग परियोजना' (OCCRP) जैसे समूहों के साथ जुड़ाव के माध्यम से भारत की अर्थव्यवस्था और मोदी सरकार को कमजोर करने की कोशिश कर रही है.
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर देश विरोधी ताकतों से फंड लेने के आरोप लगते हुए कहा कि वे देश में राजनीतिक अस्थिरता लाना चाहते हैं और कांग्रेस चाहती ही नहीं है कि संसद चले. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी संसद में नहीं सड़क पर मुद्दे उठा रहे हैं. रिजिजू ने कहा कि विपक्ष की जो भावना है वो ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी और जॉर्ज सोरोस के बीच लिंक चर्चा में रहा है. ये जो रिपोर्ट आई है वो हमने नहीं किया है, पूरी दुनिया में ये रिपोर्ट है. विपक्ष को शर्म आनी चाहिए.
रिजिजू ने कहा कि भारत के खिलाफ काम करने वालों के साथ आप तालमेल रखते हैं, जो सोरोस बोलता है, वो आप बोलते हैं. जबकि वक्त भारत के नाम पर एक होने का है. रिजिजू ने कहा कि आप भारत विरोधियों के साथ खड़े होते हो और आप चेयरमैन के खिलाफ नोटिस देते हो.
वहीं, राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर भी आज सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर शब्दबाण चले. बीजेपी ने साफ कहा कि वो सभापति धनखड़ के साथ खड़ी है और उन्हें गर्व है कि वो उपराष्ट्रपति हैं. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने आज राज्यसभा में कहा कि अगर विपक्षी दल उपराष्ट्रपति के पद और गरिमा पर हमला करेंगे तो हम उनका बचाव करेंगे.
कुल मिलाकर देखा जाए तो कांग्रेस के अडाणी मुद्दे की काट के तौर पर कहीं ना कहीं भाजपा की तरफ से सोरोस के मुद्दे को आक्रामक तौर पर उठाया जा रहा है. अब संसद में यह मुद्दा हावी होता जा रहा है, लेकिन आरोप-प्रत्यारोप की वजह से संसद में गतिरोध बना हुआ है और विपक्ष के हंगामे के कारण उनकी बिलों में भागीदारी भी कम होती जा रही है.
यह भी पढ़ें- तय समय से पीछे चल रहा है 44 फीसदी हाईवे का काम, राज्य सभा में बोले नितिन गडकरी, बताई देरी की वजह