रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल की इस साल भी एग्जाम से पहले देशभर के छात्रों से परीक्षा पे चर्चा की. दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में देशभर से छात्र-छात्राएं टीचर्स और अभिभावक शामिल हुए. इस बीच छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा की एक छात्रा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बगल में बैठाया. इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले कांकेर के एक छात्र ने पीएम से परीक्षा के दौरान तनाव दूर करने का भी उपाय पूछा. जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी ही सहजता और सरलता से जवाब दिया.
सीएम साय ने मंत्री बृजमोहन और बच्चों के साथ देखा कार्यक्रम: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘परीक्षा पे चर्चा-2024’ कार्यक्रम का सीधा प्रसारण मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने स्कूली बच्चों के साथ पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम रायपुर में देखा. इस अवसर पर स्कूली छात्र-छात्राएं और अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे.
पीएम मोदी ने सुकमा की छात्रा उमेश्वरी ओटी को बगल में बैठाया: कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ बच्चों के साथ बैठे नजर आए. उसमें छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा की एक छात्रा भी शामिल थी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बगल में बैठी थी. इस छात्रा का नाम उमेश्वरी ओटी है जो सरस्वती शिशु मंदिर हायर सेकेंडरी स्कूल सुकमा के कक्षा 9वीं की छात्रा है.
कांकेर के छात्र ने परीक्षा के दौरान तनाव दूर करने मांगा टिप्स: परीक्षा पे चर्चा के दौरान कांकेर जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र शेख तैफूर रहमान ने पूछा - "परीक्षा के दौरान अधिकांश छात्र घबराहट महसूस करते हैं, जैसा कि प्रश्नों को सही ढंग से न पढ़ना. मेरा आपसे प्रश्न है कि इन गलतियों से कैसे बचा जाए. कृपया अपना मार्गदर्शन दें ?" इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को परीक्षा के दौरान तनाव दूर करने के कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए.
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में साल 2018 में सिर्फ 22 हजार लोग शामिल हुए थे. 6 साल में कार्यक्रम में शामिल होने वाली की संख्या बढ़कर 102 गुना हो गई है. इस साल 2 करोड़ 26 लाख से ज्यादा लोग कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं.
छत्तीसगढ़ के छात्र, टीचर अभिभावक परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर शामिल हो रहे हैं. राज्य से गत वर्ष 2023 में 62 हजार 077 छात्रों ने विभिन्न मुद्दों पर अपने आर्टिकल भेजे और 12 हजार 355 शिक्षकों ने अपने आर्टिकल्स भेजकर उपस्थिति दर्ज की. 2 हजार 876 अभिभावक सहित 77 हजार 308 लोग शामिल हुए. इस साल कक्षा 6वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों, पालकों और टीचर्स को भाग लेने का अवसर दिया गया है. भारत सरकार से मिली जानकारी के अनुसार 12 जनवरी 2024 तक 1 लाख 56 हजार 459 विद्यार्थियों, 21 हजार 607 शिक्षकों और 5 हजार 963 अभिभावकों ने पंजीयन कराया है.