नई दिल्ली: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को पूछा कि क्या मोदी सरकार केवल 'हिंदुत्व' के लिए है. ओवैसी ने कहा कि बाबरी मस्जिद उसी स्थान पर रहेगी जहां वह बनी थी.
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और 22 जनवरी को हुए अभिषेक समारोह पर लोकसभा में चर्चा में भाग लेते हुए, ओवैसी ने कहा कि आज भारत के 17 करोड़ मुसलमान अलग-थलग महसूस कर रहे हैं. देश को 'बाबा मोदी' की जरूरत नहीं है.
'मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम का सम्मान करता हूं' : ओवैसी ने कहा कि 'क्या मौजूदा सरकार एक खास समुदाय की सरकार है? क्या ये सिर्फ हिंदुत्व की सरकार है.' उन्होंने कहा, 'भारतीय लोकतंत्र की रोशनी आज अपने सबसे मद्धम स्तर पर है.' उन्होंने कहा, 'बाबरी मस्जिद बनी हुई है और जहां थी वहीं रहेगी.' हैदराबाद से AIMIM सांसद ने कहा, 'क्या मैं बाबर, जिन्ना या औरंगजेब का प्रवक्ता हूं? मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम का सम्मान करता हूं, लेकिन नाथूराम गोडसे से नफरत करता रहूंगा."
'देश को बाबा मोदी की जरूरत नहीं' : उन्होंने कहा कि 'आज देश को बाबा मोदी की जरूरत नहीं है. मैं पूछना चाहता हूं कि जब सरकार इस बहस का जवाब देगी तो क्या वह 140 करोड़ भारतीयों पर ध्यान केंद्रित करेगी या केवल हिंदुत्व आबादी पर?'
उन्होंने कहा कि सरकार अपने कार्यों से मुसलमानों को यह संदेश दे रही है कि वह अपनी जान बचाना चाहती है या न्याय के लिए आगे बढ़ना चाहती है. ओवैसी ने कहा कि 'मैं संविधान के दायरे में रहकर अपना काम करता रहूंगा.'