सबरीमला: केरल के सबरीमला मंदिर में 29 दिनों में 22.67 लाख से अधिक भक्तों ने भगवान अयप्पा के दर्शन किए, जो पिछले साल से 4.5 लाख ज्यादा हैं. त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड के अध्यक्ष पीएस. प्रशांत ने बताया, इस दौरान मंदिर का रेवेन्यू 163.89 करोड़ रुपये से अधिक रहा. जिसमें से लगभग आधा हिस्सा अरावन की बिक्री से आया, जो भगवान अयप्पा के भक्तों को दिया जाने वाला प्रसाद है.
पिछले साल की तुलना में अरावन की बिक्री से आय में 15 करोड़ रुपये से अधिक की वृद्धि हुई है. त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड के अध्यक्ष पी एस प्रशांत ने कहा कि, इस साल मंदिर में तीर्थयात्रियों के लिए सुचारू दर्शन के लिए सभी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है. साथ ही उन्होंने पुलिस सहित सभी विभागों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने तीर्थयात्रा को सफल बनाने के लिए देवस्वोम बोर्ड के साथ सहयोग किया.
त्रावणकोर देवस्वोम के अध्यक्ष पीएस प्रशांत ने बताया कि, सबरीमला मंदिर तक पहुंचने के लिए पुल्लुमेदु और एरुमेली के पारंपरिक वन मार्गों से पैदल लंबी दूरी तय करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए जल्द ही दर्शन की विशेष व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने बताया कि, वन विभाग के सहयोग से इन मार्गों का उपयोग करने वाले तीर्थयात्रियों को एक विशेष टैग प्रदान किया जाएगा.
त्रावणकोर देवस्वोम के अध्यक्ष ने बताया कि, तीर्थयात्री स्वामी अय्यप्पन रोड के माध्यम से पम्पा से मंदिर तक पहुंच सकते हैं, और जो लोग नीलिमाला मार्ग से जाना चाहते हैं, वे भी ऐसा कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त, इन तीर्थयात्रियों के पास मरककोट्टम में सरमकुथी मार्ग को दरकिनार करते हुए चंद्रनंदन रोड के माध्यम से मंदिर में प्रवेश करने का विकल्प होगा. उन्होंने यह भी बताया कि नई प्रणाली जल्द ही लागू की जाएगी.
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