उत्तरकाशी (उत्तराखंड): यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए एक और तीर्थयात्री की मौत हो गई है. इसके साथ ही चारधाम यात्रा में जाने गंवाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या अब 3 हो गई है. ऐसे में प्रशासन ने भी यात्रियों को जानकीचट्टी में मेडिकल चेकअप कराने के बाद ही पैदल मार्ग पर यात्रा करने की अपील की है. डॉक्टरों की मानें तो यमुनोत्री पैदल मार्ग पर ऑक्सीजन की कमी और मौसम के बदलने के कारण भी यात्रियों की मौत होती है.
बड़कोट एसएचओ संतोष सिंह कुंवर ने बताया कि रविवार को यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए 54 वर्षीय विष्णु कुमार भाभा निवासी बेंगलुरु को जानकी चट्टी में अचेत अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया. उन्होंने बताया कि जानकी चट्टी से कुछ ही दूर पर यह यात्री बेहोश हो गया था. जहां उसके साथियों ने जानकी चट्टी में स्थित अस्पताल पहुंचा, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. वहीं, पुलिस ने पंचनामा भर कर यात्री की डेड बॉडी को परिजनों को सौंप दिया है. इससे पहले भी कपाट खुलने के दिन यानी 10 मई को दो श्रद्धालुओं की हार्ट अटैक से मौत हुई थी.
वहीं, सीएमओ बीएस रावत ने बताया कि तापमान में बदलाव और ऑक्सीजन की कमी के कारण यमुनोत्री पैदल मार्ग पर सफर खतरनाक हो रहा है. ज्यादातर तीर्थ यात्रियों की मौत हृदय गति रुकने से हो रही है. उन्होंने सभी तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि वो जानकी चट्टी में स्थित अस्पताल में अपना मेडिकल चेकअप जरूर करें, फिर उसके बाद ही यमुनोत्री पैदल मार्ग की यात्रा करें.
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