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उमर अब्दुल्ला का पीएम मोदी पर पलटवार, कहा- 30 सितंबर से पहले विधान सभा चुनाव कराना मजबूरी - JK Assembly Election 2024

JK Assembly Election 2024: संवाददाताओं से बातचीत करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर टिप्पणी की, जिसमें पीएम ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनावों के लिए समय दूर नहीं है. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही कह चुकी है कि 30 सितंबर से पहले चुनाव कराने होंगे और ऐसा करना केंद्र की मजबूरी है. पढ़ें पूरी खबर...

उमर अब्दुल्ला का पीएम मोदी पर पलटवार
JK Assembly Election 2024
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By ANI

Published : Apr 12, 2024, 2:11 PM IST

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बारामूला लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने शुक्रवार को यहां घोषणा की. घोषणा करते हुए पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रभावशाली शिया नेता आगा सैयद रुहुल्ला मेहदी मध्य कश्मीर के श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे. जो एनसी का गढ़ रहा है.

बता दें, धारा 370 को निरस्त करने और तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने और अपग्रेड करने के बाद, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने घोषणा की थी कि जब तक जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल नहीं हो जाता, वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. 18 विधानसभा क्षेत्रों में फैली, बारामूला लोकसभा सीट उत्सुकता से देखे जाने वाले मुकाबलों में से एक होगी क्योंकि परिसीमन के बाद निर्वाचन क्षेत्र में चुनावी गतिशीलता बदल गई है.

वहीं, शुक्रवार संवाददाताओं से बातचीत करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर टिप्पणी करते नजर आए, जिसमें पीएम ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनावों के लिए समय दूर नहीं है. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही कह चुकी है कि 30 सितंबर से पहले चुनाव कराने होंगे और ऐसा करना केंद्र की मजबूरी है.

उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा कि अगर केंद्र विधानसभा चुनाव पहले करा लेता तो यह एहसान होता, लेकिन अब उसे सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय समयसीमा का पालन करना होगा. यह सुप्रीम कोर्ट का फैसला है. अगर उन्होंने (पीएम मोदी) सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले चुनाव कराया होता तो यह हमारे लिए एक एहसान होता. अब यह उनके लिए एक मजबूरी है. नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता ने संवाददाताओं से कहा कि जम्मू-कश्मीर में 30 सितंबर से पहले चुनाव कराना सुप्रीम कोर्ट का फैसला है.

जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने के पीएम मोदी के आश्वासन के बारे में पूछे जाने पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार अब तक जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के पीछे का कारण नहीं बता पाई है. जहां तक राज्य का दर्जा का सवाल है, वह हमें इसका कारण नहीं बता सके कि यह हमसे क्यों लिया गया. हम समझते हैं कि उनके घोषणापत्र में अनुच्छेद 370 को हटाने का उल्लेख किया गया था, लेकिन राज्य का दर्जा क्यों लिया गया? इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई.

बता दें, उधमपुर में रैली में पीएम मोदी ने शुक्रवार को आश्वासन दिया कि केंद्र जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है और विधानसभा चुनाव भी जल्द होंगे. पीएम मोदी ने कहा कि वह समय दूर नहीं जब जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव होंगे. जम्मू-कश्मीर को अपना राज्य का दर्जा वापस मिलेगा. आप अपने सपनों को अपने विधायकों और अपने मंत्रियों के साथ साझा कर सकेंगे.

केंद्र सरकार ने अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) - जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था. उमर अब्दुल्ला कश्मीर के बारामूला से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के सरकार के फैसले को बरकरार रखते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल दिसंबर में भारत के चुनाव आयोग को 30 सितंबर, 2024 से पहले चुनाव कराने का निर्देश दिया था.

जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव 2024 पहले पांच चरणों में 19 अप्रैल (उधमपुर), 26 अप्रैल (जम्मू), 7 मई (अन्ननाग-राजौरी), 13 मई (श्रीनगर) और 20 मई (बारामूला) को होंगे.

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बता दें, धारा 370 को निरस्त करने और तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने और अपग्रेड करने के बाद, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने घोषणा की थी कि जब तक जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल नहीं हो जाता, वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. 18 विधानसभा क्षेत्रों में फैली, बारामूला लोकसभा सीट उत्सुकता से देखे जाने वाले मुकाबलों में से एक होगी क्योंकि परिसीमन के बाद निर्वाचन क्षेत्र में चुनावी गतिशीलता बदल गई है.

वहीं, शुक्रवार संवाददाताओं से बातचीत करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर टिप्पणी करते नजर आए, जिसमें पीएम ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनावों के लिए समय दूर नहीं है. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही कह चुकी है कि 30 सितंबर से पहले चुनाव कराने होंगे और ऐसा करना केंद्र की मजबूरी है.

उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा कि अगर केंद्र विधानसभा चुनाव पहले करा लेता तो यह एहसान होता, लेकिन अब उसे सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय समयसीमा का पालन करना होगा. यह सुप्रीम कोर्ट का फैसला है. अगर उन्होंने (पीएम मोदी) सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले चुनाव कराया होता तो यह हमारे लिए एक एहसान होता. अब यह उनके लिए एक मजबूरी है. नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता ने संवाददाताओं से कहा कि जम्मू-कश्मीर में 30 सितंबर से पहले चुनाव कराना सुप्रीम कोर्ट का फैसला है.

जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने के पीएम मोदी के आश्वासन के बारे में पूछे जाने पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार अब तक जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के पीछे का कारण नहीं बता पाई है. जहां तक राज्य का दर्जा का सवाल है, वह हमें इसका कारण नहीं बता सके कि यह हमसे क्यों लिया गया. हम समझते हैं कि उनके घोषणापत्र में अनुच्छेद 370 को हटाने का उल्लेख किया गया था, लेकिन राज्य का दर्जा क्यों लिया गया? इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई.

बता दें, उधमपुर में रैली में पीएम मोदी ने शुक्रवार को आश्वासन दिया कि केंद्र जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है और विधानसभा चुनाव भी जल्द होंगे. पीएम मोदी ने कहा कि वह समय दूर नहीं जब जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव होंगे. जम्मू-कश्मीर को अपना राज्य का दर्जा वापस मिलेगा. आप अपने सपनों को अपने विधायकों और अपने मंत्रियों के साथ साझा कर सकेंगे.

केंद्र सरकार ने अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) - जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था. उमर अब्दुल्ला कश्मीर के बारामूला से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के सरकार के फैसले को बरकरार रखते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल दिसंबर में भारत के चुनाव आयोग को 30 सितंबर, 2024 से पहले चुनाव कराने का निर्देश दिया था.

जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव 2024 पहले पांच चरणों में 19 अप्रैल (उधमपुर), 26 अप्रैल (जम्मू), 7 मई (अन्ननाग-राजौरी), 13 मई (श्रीनगर) और 20 मई (बारामूला) को होंगे.

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