कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की नीट यूजी 2024 को लेकर पहले ही विवाद चल रहा है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इस पर सफाई देने के लिए अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) जारी किए हैं. इसमें नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने बताया है कि उन्होंने ऑल इंडिया रैंक (AIR) जारी करने के लिए टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया लागू किया है, लेकिन यह टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया पहले दिए इंफॉर्मेशन ब्रोशर और रिवाइज्ड इंफॉर्मेशन ब्रोशर दोनों में ही नहीं है. इनमें दिए गए टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया से अलग इसमें उपयोग किया गया है.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि यह परीक्षा 5 मई को देश के 554 और 14 विदेशी शहरों में पेन पेपर मोड में आयोजित हुई. इसके लिए पहले जारी किए गए इंफॉर्मेशन ब्रोशर और रिवाइज्ड इंफॉर्मेशन ब्रोशर में अलग-अलग टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया था, लेकिन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी के विवाद के बाद जारी FAQ में अलग टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया दिया है. ऐसे में तीनों जगह पर अलग टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया सामने आया है. FAQ में जारी किए गए टाई ब्रेकिंग साल 2023 की तरह एप्लीकेशन नंबर और उसका आरोही क्रम दिया हुआ है. इसी के अनुसार इस बार ऑल इंडिया रैंक समान अंक आने पर जारी की गई है. इससे साफ है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने पहले जारी किए गए अपने दोनों फार्मूले का उपयोग नहीं करते हुए 2023 के फार्मूले को लगा दिया है. यह पूरी तरह से मनमर्जी की गई है.
कंप्यूटर से लॉटरी का था फार्मूला, बाद में बदला : देव शर्मा ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया में कंप्यूटर से लॉटरी निकालने का नियम 2024 की शुरुआत में डाला था, लेकिन लगातार इस टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया की आलोचना हो रही थी. इसके बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 9 मार्च 2024 को एक्सपर्ट की सलाह के चलते इसमें फिर बदलाव कर दिया है. एजेंसी ने स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर NEET UG 2024 के इंफॉर्मेशन ब्रोशर को रिवाइज किया है. नए टाई ब्रेकिंग नियमों के अनुसार मेरिट लिस्ट में ऑल इंडिया रैंकिंग या एक ही परसेंटाइल पर कई विद्यार्थियों के आने पर रैंक का फैसला अब कंप्यूटर लॉटरी (ड्रॉ) से नहीं करने की जानकारी दी थी. रिवाइज्ड इंफॉर्मेशन बुलेटिन के अनुसार टाई ब्रेकिंग के 7 नियम जारी किए थे. इससे पहले नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 9 फरवरी को टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया जारी किया था.
2024 में रिवाइज किया टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया
- बायोलॉजी में अधिक अंक प्राप्त करने वाले को बेहतर रैंक दी जाएगी.
- फिर से टाई होने पर केमिस्ट्री में अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को बेहतर रैंक मिलेगी.
- इसके बाद भी टाई होने पर फिजिक्स में अधिक अंक लाने करने वाले को रैंक मिलेगी.
- ऊपर के तीन नियम में टाई होने पर गलत और सही जवाब का अनुपात कम होगा, उसे बेहतर रैंक दी जाएगी.
- फिर से टाई होने पर बायोलॉजी विषय में इनकरेक्ट व करेक्ट आंसर्स का कम अनुपात बेहतर रैंक निर्धारित करेगा.
- इसके बाद केमिस्ट्री विषय में गलत व सही जवाब के कम अनुपात से बेहतर का निर्धारण होगा.
- सबसे अंत में फिजिक्स विषय में गलत व सही जवाब का कम अनुपात बेहतर रैंक निर्धारित करेगा.
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2024 में पहले टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया ये किया था घोषित
- सबसे पहले बायोलॉजी के नंबर और परसेंटाइल
- इसके बाद केमिस्ट्री
- इसके बाद फिजिक्स के नंबर
- इन सब में विद्यार्थियों के अंक और परसेंटाइल समान होने पर कंप्यूटर और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के जरिए लॉटरी
साल 2023 में यह था टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया
- पहले बायोलॉजी के नंबर देखे जाते थे.
- इसके बाद केमिस्ट्री.
- फिर फिजिक्स के नंबरों और परसेंटाइल को देखा जाता था.
- इसके बाद बायोलॉजी में निगेटिव अंक और परसेंटाइल.
- इसके बाद अंक व परसेंटाइल समान होने पर केमिस्ट्री.
- फिर फिजिक्स के अंक और परसेंटाइल.
- यह सब भी समान होने पर पहले उम्र
- इसके बाद फिर एप्लीकेशन नंबर के आरोही क्रम के आधार पर तय होती थी रैंक.