नई दिल्ली : कांग्रेस ने रविवार को कहा कि वह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के नहीं बल्कि उनमें हेरफेर के खिलाफ है. पार्टी ने मतदान प्रणाली की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए वीवीपैट पर्चियों की 100 प्रतिशत गिनती की मांग की.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने स्पष्ट किया कि पार्टी मतपत्रों के फिर से इस्तेमाल की मांग नहीं कर रही है, बल्कि 'वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट' (वीवीपैट) पर्चियों की 100 प्रतिशत गिनती चाहती है ताकि मतदाताओं का विश्वास बहाल हो सके.
रमेश ने कहा, '19 दिसंबर 2023 को आयोजित 'I.N.D.I.A' गठबंधन की बैठक के दौरान, सभी दलों ने यह कहा कि हम ईवीएम के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि इसमें हेरफेर के खिलाफ हैं. हम मतपत्रों पर वापस जाने के लिए नहीं कह रहे हैं, हम सिर्फ वीवीपैट की 100 प्रतिशत गिनती और मिलान का अनुरोध करते हैं.'
उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दल 100 प्रतिशत वीवीपैट की गिनती को लेकर अपनी बात रखने के लिए निर्वाचन आयोग से समय मांग रहे हैं, लेकिन आयोग उन्हें समय नहीं दे रहा है.
कांग्रेस नेता ने निर्वाचन आयोग की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, 'हम निर्वाचन आयोग के सामने अपने दावों के समर्थन में अपने दस्तावेज पेश करेंगे और अपनी मांग रखेंगे. हम स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव चाहते हैं. आयोग क्यों डर रहा है, और वह इस संबंध में हमसे मुलाकात भी नहीं कर रहा है.'