दिल्ली/पटना: बिहार में एक बार फिर से एनडीए के समर्थन से नीतीश कुमार ने सरकार बनाई है. 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट है. वहीं गठबंधन और महागठबंधन के बीच लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. आरजेडी डंके की चोट पर खेला होने का दावा कर रही है. इन सबके बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है.
सीएम नीतीश और पीएम मोदी की मुलाकात: नई सरकार के बनने के बाद पीएम और सीएम की इस पहली मुलाकात को लेकर कयासों का बाजार भी गर्म है. लगभग आधे घंटे तक दोनों के बीच बातचीत हुई है. नीतीश कुमार के फ्लोर टेस्ट से पहले इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
5 महीने बाद पीएम से मिले नीतीश: 5 महीने के बाद सीम नीतीश कुमार की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई है. इससे पहले आखिरी बार दोनों जी 20 के समिट के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से आयोजित भोज में मिले थे. उस वक्त नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन में थे लेकिन अब एनडीए खेमे में जाने के बाद मुलाकात हुई है.
12 फरवरी को नीतीश कुमार की अग्नि परीक्षा: बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में नई सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार का 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है. उनको 128 विधायकों का समर्थन है. वहीं आरजेडी की ओर से खेला होने के दावे ने चिंता बढ़ा दी है. क्योंकि पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भी नाराज चल रहे हैं. वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है. इतना ही नहीं एनडीए के अंदर कई नेताओं द्वारा लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर भी रस्साकशी जारी है. इन सबके बीच इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
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