सूरत: गुजरात लोकसभा चुनाव के समय सूरत सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द होने के बाद से वे मीडिया की नजरों से गायब हो गए थे. अब वे एकाएक शुक्रवार को मीडिया के सामने आकर कांग्रेस पर तंज कसते हुए नजर आए. दरअसल, 21 अप्रैल को नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द हो गया था. अब वे अचानक आकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, 'जो भी हुआ उसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है.' उन्होंने कांग्रेस पार्टी को गद्दार करार दिया.
'कांग्रेस ने मेरे साथ गद्दारी की', नीलेश ने लगाए आरोप
बता दें कि, लोकसभा चुनाव के दौरान सूरत लोकसभा सीट पर नामांकन पत्र मे समर्थकों के हस्ताक्षर पर हुए विवाद के बाद चुनाव आयोग द्वारा उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी थी. तब से कुंभानी अपने परिवार और कांग्रेस पार्टी के संपर्क से बाहर थे. आज 22 दिन बाद आखिरकार जब वह सामने आए तो उन्होंने कांग्रेस पर सीधा हमला बोल दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें धोखा दिया है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि, उनका बीजेपी से कोई संबंध नहीं है.
अचानक मीडिया के सामने आकर दे दिया बड़ा बयान
नीलेश कुंभानी ने मीडिया से कहा, उन्होंने नहीं, कांग्रेस ने उन्हें धोखा दिया है. उन्होंने कहा कि, वे याचिका दायर करने के लिए हाई कोर्ट भी गए थे. लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके घर पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था, जिसके बाद से वे गायब हो गए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि इन सबके पीछे सूरत के पांच नेताओं का हाथ है. उन्होंने आगे कहा कि, वे फिलहाल कांग्रेस के साथ नहीं हैं. कुंभानी ने आगे कहा कि, आने वाले दिनों में वे राजनीति में रहेंगे या नहीं इस पर फैसला लेंगे.
'वे भेदभाव कर रहे हैं'
कुंभानी ने कांग्रेस के बडे नेताओ पर यह भी आरोप लगाया हुए कहा कि, वे और उनके समर्थक एक साथ हैं... वे कहीं भागे नहीं हैं. वे सौराष्ट्र गांव में अपने फार्म हाउस और अपने घर में ही थे. उन्होंने कहा, चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय नेता उनके साथ नहीं आए. वे भेदभाव कर रहे थे.
ये भी पढ़ें: गुजरात के इस गांव में 4 साल से हो रहा चुनाव का बहिष्कार, आज भी दौड़ते रहे अधिकारी, नहीं पड़ा एक भी वोट