नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चीन के साथ संबंध महत्वपूर्ण हैं, इसलिए हमारी सीमाओं पर लंबे समय से जारी विवाद को तत्काल सुलझाने की जरूरत है. पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि सीमा पर शांति बनी रहेगी. सकारात्मक और रचनात्मक द्विपक्षीय वार्ता के जरिये सीमा पर स्थिति बहाल की जाएगी. अमेरिकी पत्रिका न्यूजवीक को दिए साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा कि लोकतांत्रिक राजनीति और वैश्विक आर्थिक विकास इंजन के रूप में, भारत उन देशों के लिए खास पसंद है, जो अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाना चाहते हैं.
एलएसी पर गतिरोध के संबंध में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न सिर्फ दोनों देशों बल्कि पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा, "भारत के लिए चीन के साथ रिश्ते अहम हैं. मेरा मानना है कि हमें अपनी सीमाओं पर लंबे समय से चल रहे विवाद को जल्द सुलझाने की जरूरत है ताकि हमारी द्विपक्षीय बातचीत में विषमताओं को पीछे छोड़ा जा सके. उन्होंने आगे कहा, "मुझे आशा और विश्वास है कि राजनयिक और सैन्य स्तरों पर सकारात्मक और रचनात्मक द्विपक्षीय बातचीत के जरिये हम अपनी सीमाओं पर शांति और स्थिरता बहाल करने और इसे बरकरार रखने में सक्षम होंगे."
गौरतलब है कि भारत ने स्पष्ट कहा है कि अगर सीमाओं पर शांति भंग होती है तो चीन के साथ संबंध सामान्य नहीं हो सकते. मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना की कार्रवाई से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैन्य गतिरोध पैदा हो गया था. दोनों देशों के बीच एलएसी पर कुछ स्थानों को लेकर अभी भी गतिरोध बन हुआ है. सीमा विवाद के समाधान के लिए दोनों देशों के बीत सैन्य कमांडर और राजनयिक स्तर पर कई बैठकें हो चुकी हैं.
अनुच्छेद 370 हटाने की आलोचना पर दिया जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 90 मिनट के इंटरव्यू में अनुच्छेद 370 निरस्त करने पर भी बात की. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की आलोचना पर पीएम मोदी ने कहा कि इस फैसले के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों के जीवन में विकास, सुशासन और सशक्तिकरण की प्रक्रिया में नई आशा जगी है. 2023 में दो करोड़ से ज्यादा पर्यटक जम्मू-कश्मीर घूमने आए. पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवादी घटनाओं में भारी गिरावट आई है. बंद, हड़ताल और पथराव की घटनाएं अब अतीत की बात हो गई है. पाकिस्तान के साथ संबंधों पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा आतंकवाद और हिंसा से मुक्त माहौल में बातचीत की वकालत की है.
चीन और क्वाड पर पीएम का जवाब
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद नरेंद्र मोदी न्यूजवीक के कवर पर आने वाले दूसरे पीएम हैं. चीन और क्वाड पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, भारत और चीन कई समूहों के सदस्य हैं, जहां एक दूसरे से समन्वय करते हैं. उन्होंने कहा, क्वाड का उद्देश्य किसी देश के खिलाफ नहीं है. एससीओ, ब्रिक्स और अन्य अंतरराष्ट्रीय समूहों की तरह क्वाड भी समान विचारधारा वाले देशों का एक समूह है, जो साझा सकारात्मक एजेंडे पर काम कर रहा है.
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