नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर सहित बिहार और बांग्लादेश में सोमवार तड़के भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई. नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) ने इसे गंभीरता से लेते हुए देशभर में अपनी बटालियन को अलर्ट पर रखा है. अधिकारियों के अनुसार ये झटका किसी बड़े भूकंप के पहले का संकेत भी हो सकता है, इसलिए सतर्कता बरती जा रही है.
एनडीआरएफ के डीआईजी गंभीर सिंह चौहान ने बताया कि वह भी भूकंप के झटकों से जागे और उन्हें कंपन काफी तेज महसूस हुआ. उन्होंने आशंका जताई कि यह किसी बड़े भूकंप की पूर्व चेतावनी हो सकती है. हालांकि अभी देश में ऐसी टेक्नोलॉजी नहीं है, जिससे भूकंप का सटीक पूर्वानुमान लगाया जा सके. इसी के मद्देनजर देशभर में एनडीआरएफ की सभी बटालियन को सतर्क कर दिया गया है और टीमें तुरंत राहत एवं बचाव कार्य के लिए तैयार हैं.
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— 16NDRF (@16NDRF) February 17, 2025
दिल्ली-एनसीआर में ज्यादा है खतरा: दिल्ली और एनसीआर की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए एनडीआरएफ के डीआईजी गंभीर सिंह चौहान का मानना है कि यह क्षेत्र भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है. यह इलाका सीस्मिक जोन 4 और 5 के अंतर्गत आता है. यहां भूकंप की तीव्रता अधिक हो सकती है. यदि भूकंप 6 या इससे अधिक तीव्रता का आता है तो दिल्ली एनसीआर में तबाही जैसे हालात हो सकते हैं. घनी आबादी और पुरानी जर्जर इमारतों के कारण यहां जान-माल के नुकसान की आशंका ज्यादा है. इस खतरे को देखते हुए दिल्ली और गाजियाबाद स्थित एनडीआरएफ की सभी बटालियन को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
लोगों से की अपील: एनडीआरएफ के अधिकारियों का कहना है कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सतर्कता बहुत ज्यादा जरूरी है. ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि भूकंप आने पर घबराने के बजाय खुले स्थानों में शरण लें और ऊंची इमारतों से दूर रहें. सरकार और आपदा प्रबंधन एजेंसियों की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें. अगर कहीं से भी नुकसान की सूचना मिलती है, तो टीमें मौके पर तेजी से पहुंचेंगी.
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