चंडीगढ़: पंजाब के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि पीआईटी-एनडीपीएस एक्ट के तहत दो ड्रग तस्करों को हिरासत में लिया गया है. अक्षय छाबड़ा और जसपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल में हिरासत में लिया गया है. यह घटनाक्रम एनसीबी द्वारा कुख्यात ड्रग तस्कर बलविंदर सिंह उर्फ बिल्ला हवेलियन को इस कड़े कानून के तहत हिरासत में लेने के चार दिन बाद हुआ है.
बिल्ला की हिरासत पंजाब में ब्यूरो द्वारा शुरू की गई पहली ऐसी कार्रवाई थी, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में जेल-आधारित ड्रग्स माफिया लिंक को तोड़ना है. कड़े नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (PITNDPS) अधिनियम के तहत, एक आदतन अपराधी को बिना जमानत के एक साल की अवधि के लिए निवारक हिरासत में रखा जा सकता है.
अक्षय अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट का सरगना था और उसे नवंबर 2022 में जयपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था. बाद में जांच के दौरान एनसीबी ने सिंडिकेट के सदस्य जसपाल सिंह उर्फ गोल्डी को गिरफ्तार किया. एनसीबी ने एक बयान में कहा कि जांच से पता चला है कि लुधियाना में स्थित इस ड्रग सिंडिकेट ने पंजाब में आईसीपी (एकीकृत चेक पोस्ट) अटारी और गुजरात में मुंद्रा समुद्री बंदरगाह सहित कई जगहों से करीब 1,400 किलोग्राम हेरोइन की तस्करी की थी.
इस मामले में सरगना, तस्करों और दो अफगान नागरिकों सहित बीस लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एनसीबी ने 40 किलोग्राम हेरोइन, 557 ग्राम अफीम जब्त की थी और हेरोइन प्रसंस्करण के दो ठिकानों का भी भंडाफोड़ किया था. अब तक, इस सिंडिकेट की 57 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति एनसीबी द्वारा जब्त की जा चुकी है.
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