बीजापुर: बीजापुर में नक्सलियों ने 11 मार्च को आईईडी ब्लास्ट में घायल एक युवक को अगवा किया. करीब 17 दिनों तक उस घायल युवक को नक्सलियों ने बंधक बनाकर अपने पास रखा. युवक के माता पिता से बातचीत के बाद नक्सलियों ने उस युवक को छोड़ दिया. नक्सलियों के चंगुल से छूटने के बाद युवक के परिजनों ने उसे बीजापुर जिला अस्पताल में भर्ती किया है.
17 दिनों तक नक्सलियों ने युवक को रखा अपने पास: जिस युवक को नक्सलियों ने अपने पास रखा था. उसका नाम गुड्डे लेकाम है. वह 11 मार्च को अपने निजी काम से कचिलवार गांव से चेरला तेलंगाना गया था. इसी दिन शाम को जब वह वापस लौट रहा था तब इतावर गांव के पास नक्सलियों के लगाए आईईडी की चपेट में वह आ गया. इस हादसे में वह बुरी तरह घायल हो गया. युवक वहीं पर दर्द से कराह रहा था. जिसके बाद नक्सलियों ने उसको बंधक बना लिया.
परिजनों ने किया नक्सलियों से संपर्क: जब इस बात का पचा गुड्ड लेकाम के परिजनों को चला तो उन्होंने नक्सलियों से मुलाकात की और उसे छोड़ने की गुहार लगाई. माओवादियों ने 28 मार्च को गुड्डु लेकाम को छोड़ दिया. उसके बाद परिजनों ने गुड्ड लेकाम को बीाजपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया. युवक को बेहतर इलाज के लिए बीजापुर से रायपुर रेफर किया गया है.
"नक्सलियों ने पुलिस को निशाना बनाने के लिए आईईडी प्लांट किया था. जिसकी चपेट में एक युवक आ गया. इस बात की जानकारी युवक के परिवार वालों को लगी. जिसके बाद परिवार वालों ने नक्सलियों से मिलकर युवक को छुड़ाया और युवक को अस्पताल में भर्ती कराया. हमने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और युवक को इलाज के लिए रायपुर भेज दिया है": जितेंद्र यादव, एसपी, बीजापुर
आईईडी ब्लास्ट में युवक के दोनों पैर बर्बाद: परिजनों के मुताबिक आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से युवक गुड्ड के दोनों पैर बर्बाद हो गए हैं. परिजनों का कहना है कि वह अपने पैर पर कभी खड़ा नहीं हो पाएगा. पुलिस ने इस घटना को लेकर केस दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है. बीजापुर के एसपी ने इस घटना की पुष्टि की है.