लखनऊ : कार्डियक अरेस्ट से गुरुवार को काल के गाल में समा चुके माफिया सरगना मुख्तार अंसारी का एक पूरा साम्राज्य लखनऊ में था. अवैध निर्माण और सरकारी जमीनों पर कब्जे के खेल में मुख्तार का पूरा अर्थ तंत्र टिका हुआ था. हालांकि यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद लगतार इस अर्थ तंत्र को तोड़ा गया. डालीबाग इलाके में पूरी एक गली मुख्तार के अवैध निर्माण की नजीर थी. इसके अलावा FI बिल्डिंग, FI कंपलेक्स और FI अस्पताल सहित अनगिनत अवैध निर्माण के खिलाफ लखनऊ विकास प्राधिकरण ने पिछले करीब चार साल में एक्शन लिए. मुख्तार भले इस दुनिया से जा चुका है, मगर लखनऊ के उसके साम्राज्य को हमेशा याद किया जाएगा.
लखनऊ के डालीबाग स्थित एक गली में करीब 12 बिल्डिंग मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी के अवैध निर्माण का हिस्सा हैं. इसी गली के नुक्कड़ पर अफजाल अंसारी की पत्नी के नाम एक बड़ी बिल्डिंग है. यह कभी भी ध्वस्त की जा सकती है. इससे पहले इसी गली में मुख्तार की मां के नाम के 2 अवैध निर्माण ध्वस्त किए जा चुके हैं. यहां की जमीन को गाजीपुर प्रशासन ने कुर्क कर लिया है. बाकी बिल्डिंगों को भी अवैध बताते हुए लखनऊ विकास प्राधिकरण नोटिस जारी कर चुका है. इनकी ध्वस्तीकरण की बड़ी कार्रवाई होनी है. इसके अलावा लखनऊ शहर में जहां-जहां भी मुख्तार और अफजाल से जुड़े अवैध निर्माण हैं, उन पर भी कार्रवाई की गई है.
डालीबाग में जिस भूमि पर अवैध निर्माण है, वह निष्क्रांत संपत्ति के तहत आते हैं. निष्क्रांत संपत्ति ऐसी जमीन है जो बंटवारे के समय पाकिस्तान गए लोगों के नाम पर है. इन लोगों की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया. बाद में इन जमीनों पर मुख्तार का कब्जा हो गया. इससे डालीबाग की यह भूमि अवैध निर्माण की जद में आती चली गई. अभी केवल एक ही अवैध निर्माण को ढहाया गया है. बाकी सारे अवैध निर्माण निशाने पर हैं. लखनऊ विकास प्राधिकरण में मुखर और उसके सहयोगियों के अवैध निर्माणों को अलग से सूचीबद्ध किया था. डालीबाग भी इसमें शामिल है.
पिछले दिनों मुख्तार अहमद के सहयोगी रहे बिल्डर सिराज इकबाल के भी ठिकानों पर कार्रवाई की गई थी. उनका FI परिसर, बिल्डिंग और अस्पताल ध्वस्त किया गया था. इसी तरह से हजरतगंज, लालबाग, महानगर, निशातगंज और कानपुर रोड सहित अनेक इलाकों में मुखर और उसके सहयोगियों के अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की गई थी. लालबाग में तो यह आलम था कि लखनऊ विकास प्राधिकरण के दफ्तर से सटकर मुख्तार का सहयोगी अवैध निर्माण कर रहा था. जिसको योगी सरकार में सील करके ध्वस्त करने का आदेश दिया गया है.
मुख्तार अंसारी अपने साम्राज्य में अवैध को भी वैध करा लेता था. सरकारी जमीन पर कब्जा करने के बाद बाकायदा लखनऊ विकास प्राधिकरण सहित पर निर्माण करने के लिए अनापत्ति और मानचित्र भी पास कर लिए जाते थे. डालीबाग में अफजाल अंसारी की बिल्डिंग इसका बहुत बड़ा उदाहरण है. मुलायम सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में इसका नक्शा भी पास करा लिया गया था. बाद में योगी सरकार में यह नक्शा निरस्त किया गया.
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