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मुख्तार अंसारी की मौत की न्यायिक जांच शुरू, अधिकारी एक महीने में सौंपेंगे रिपोर्ट - Mukhtar Ansari Death

Mukhtar Ansari Death Investigation: मुख्तार अंसारी की मौत के मामले को लेकर न्यायिक जांच की जो प्रक्रिया है, उसको लेकर सभी लोग बांदा मंडल कारागार पहुंचे हुए थे.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 30, 2024, 6:02 PM IST

बांदा: Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी की मौत के मामले को लेकर अब न्यायिक जांच प्रक्रिया शुरू हो गई है. बांदा मंडल कारागार में शनिवार को जिला जज, डीएम व एसपी पहुंचे जहां पर उन्होंने जेल के अंदर लगभग 1 घंटे जांच पड़ताल की.

माना जा रहा है कि मुख्तार अंसारी की मौत के मामले को लेकर न्यायिक जांच की जो प्रक्रिया है, उसको लेकर सभी लोग बांदा मंडल कारागार पहुंचे हुए थे. वहीं यह भी बात सामने निकल कर आई है कि जेल पहुंचे सभी लोगों के द्वारा जेल का मासिक निरीक्षण भी किया गया. जहां पर जेल की सभी व्यवस्थाओं को भी इनके द्वारा चेक किया गया है.

मुख्तार अंसारी ने स्लो प्वाइजन देने का लगाया था आरोप: 21 मार्च को मऊ जिले की एमपी एमएलए कोर्ट में वकील के जरिए मुख्तार अंसारी ने यह आरोप लगाया था कि उसको 19 मार्च को बांदा जेल में खाने में जहर देकर जान से मारने की कोशिश की गई. वहीं उसके पहले भी उसे 2 बार जान से मारने का षडयंत्र रचा जा चुका है.

एक महीने में कमेटी मामले की पूरी करेगी जांच: मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बांदा ने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच को लेकर जांच अधिकारी शुक्रवार को नामित कर दिया था.

मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट के यहां से पत्र जारी करते हुए बताया गया था कि मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में जांच अधिकारी नामित करने की याचना की गई थी. जिसको लेकर बांदा के एमपी एमएलए कोर्ट की अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गरिमा सिंह को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है. जो एक महीने के अंदर न्यायिक जांच नियमानुसार पूरा कर आख्या प्रेषित करेंगी.

ये भी पढ़ेंः यूपी के ये भी 'मुख्तार', अच्छे खानदानों की बिगड़ी औलादों ने कमाया 'बदनाम'

बांदा: Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी की मौत के मामले को लेकर अब न्यायिक जांच प्रक्रिया शुरू हो गई है. बांदा मंडल कारागार में शनिवार को जिला जज, डीएम व एसपी पहुंचे जहां पर उन्होंने जेल के अंदर लगभग 1 घंटे जांच पड़ताल की.

माना जा रहा है कि मुख्तार अंसारी की मौत के मामले को लेकर न्यायिक जांच की जो प्रक्रिया है, उसको लेकर सभी लोग बांदा मंडल कारागार पहुंचे हुए थे. वहीं यह भी बात सामने निकल कर आई है कि जेल पहुंचे सभी लोगों के द्वारा जेल का मासिक निरीक्षण भी किया गया. जहां पर जेल की सभी व्यवस्थाओं को भी इनके द्वारा चेक किया गया है.

मुख्तार अंसारी ने स्लो प्वाइजन देने का लगाया था आरोप: 21 मार्च को मऊ जिले की एमपी एमएलए कोर्ट में वकील के जरिए मुख्तार अंसारी ने यह आरोप लगाया था कि उसको 19 मार्च को बांदा जेल में खाने में जहर देकर जान से मारने की कोशिश की गई. वहीं उसके पहले भी उसे 2 बार जान से मारने का षडयंत्र रचा जा चुका है.

एक महीने में कमेटी मामले की पूरी करेगी जांच: मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बांदा ने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच को लेकर जांच अधिकारी शुक्रवार को नामित कर दिया था.

मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट के यहां से पत्र जारी करते हुए बताया गया था कि मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में जांच अधिकारी नामित करने की याचना की गई थी. जिसको लेकर बांदा के एमपी एमएलए कोर्ट की अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गरिमा सिंह को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है. जो एक महीने के अंदर न्यायिक जांच नियमानुसार पूरा कर आख्या प्रेषित करेंगी.

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