कोटा. मध्य प्रदेश के शिवपुरी निवासी 20 वर्षीय लड़की के कोटा से अपहरण की सूचना उसके पिता ने पुलिस को दी थी. इस मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि यह अपहरण की घटना नहीं निकली है. बालिका के वर्तमान में इंदौर में होना सामने है. लड़की व उसके दोस्त की पड़ताल की जा रही है. लड़की इंदौर में ही दो दोस्त के साथ रह रही थी, जिनमें से एक दोस्त हमें इंदौर में मिल गया है. उसने ही पुलिस को पूरी घटना बताई है, जिसके अनुसार लड़की और उसके साथ घूम रहा लड़का विदेश में पढ़ाई करना चाह रहे थे. इसी के लिए उन्हें पैसों की जरूरत थी और उन्होंने पिता से पैसे की डिमांड की है. इसीलिए उन्होंने यह घटनाक्रम रचा है.
कोटा में रही थी 3 दिन, फिर वापस लौटी इंदौर : शिवपुरी निवासी 20 वर्षीय लड़की 3 अगस्त 2023 को कोटा आई थी. उसने किसी कोचिंग में एडमिशन नहीं लिया था, लेकिन उसकी मां उसी दिन वापस लौट गई थी. इसके बाद यह किसी हॉस्टल या अन्य जगहों पर रुकी थी. वहीं, 6 अगस्त को यह वापस इंदौर चली गई थी, जहां पर अपने दो दोस्तों के साथ ही रह रही है. इसके बाद वह अपने घर दीपावली पर भी गई थी, लेकिन उसने किसी भी तरह की जानकारी परिजनों को नहीं दी. परिजन अभी भी इस भ्रम में थे कि उनकी बच्ची कोटा में ही कोचिंग कर रही है. इस मामले में सामने आया है कि बच्ची अपने माता-पिता को दूसरे नंबर से ही कोचिंग अटेंडेंस के मैसेज भेज रही थी. इसके अलावा कोचिंग टेस्ट के मार्क्स के फर्जी मैसेज भी भेज रही थी.
इंदौर में किचन के थे किडनैपिंग वाले फोटो : पुलिस का यह भी करना है कि 17 मार्च को लड़की इंदौर में ही मौजूद थी. इसके बाद 18 मार्च को वह जयपुर आ गई थी. इसके बाद वापस वह इंदौर पहुंच गई. वर्तमान में भी उसका इंदौर में होना ही सामने आ रहा है. हालांकि, अभी भी पुलिस ने उसे ट्रैस नहीं किया है. कोटा पुलिस के अधिकारी जयपुर और इंदौर दोनों जगहों पर मौजूद हैं. एसपी डॉ. दुहन का कहना है कि जो फोटो उसके पिता को मिले थे, वह उनके इंदौर में रह रहे दोस्त के कमरे के किचन के हैं. हमने घटनास्थल भी आईडेंटिफाई कर लिया है. यह लड़का पुलिस की इस मामले में मदद कर रहा है. हालांकि, जयपुर में दुर्गापुरा स्टेशन के बाहर का एक सीसीटीवी मिला है, उसकी एसपी डॉ. दुहन ने पुष्टि नहीं की है.
जिन लड़कों पर शक, उनका नहीं मिला इंवॉल्वमेंट : एसपी दुहन का कहना है कि पिता का रहे हैं कि इंदौर में भी कुछ लड़कों ने उनकी बेटी को परेशान किया था. इस मामले में एफआईआर में जिन लड़कों के नाम थे, उनका किसी रिकॉर्ड अभी तक नाम सामने नहीं आया है. उनमें से इस घटना में एक भी शामिल नहीं है, जबकि इस मामले में लड़की और उसके दो दोस्त शामिल हैं. हालांकि, कोई अपराध नहीं हुआ है. पूरी कहानी का खुलासा लड़का-लड़की के सामने आने पर ही हो पाएगा. इस मामले में तीसरा साथी हमें मिल गया है. वह पुलिस की इस पूरे प्रकरण में मदद भी कर रहा है. उसने जो सूचना दी है, उसी के आधार पर हम इस घटनाक्रम का खुलासा कर रहे हैं.