अशोकनगर। एमपी बोर्ड परीक्षा के दौरान अशोकनगर जिला मुख्यालय पर मंगलवार को अजीबोगरीब दृश्य देखने को मिला. परीक्षा केंद्र पर केवल एक विद्यार्थी संस्कृत का पेपर दे रहा है और इस दौरान 8 शासकीय कर्मचारी ड्यूटी कर रहे हैं. परीक्षा केंद्र का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. गौरतलब है कि जिले में हायर सेकंडरी के संस्कृत विषय की परीक्षा के लिए 20 परीक्षा केंद्र बनाए गए, जहां 467 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी.
एग्जाम के दौरान एक परीक्षार्थी को घेरे खड़े रहे कर्मचारी
अशोकनगर जिला मुख्यालय पर सरस्वती शिशु मंदिर को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया, जहां 858 परीक्षार्थी पेपर दे रहे हैं. जिनमें हायर सेकंडरी के 466 परीक्षार्थी पेपर दे रहे हैं, लेकिन संस्कृत विषय की परीक्षा में सिर्फ एक छात्रा मनीषा अहिरवार ही परीक्षा देने पहुंची. मनीषा अशोकनगर के एक निजी स्कूल में पढ़ती है. उसे परीक्षा दिलाने के लिए परीक्षा केंद्र पर कलेक्टर प्रतिनिधि आकाश जैन के अलावा पर्यवेक्षक सपना शर्मा, केंद्राध्यक्ष असलम बेग मिर्जा, सहायक केंद्राध्यक्ष निर्मला चंदेलिया, राजकुमार धुरेंटे, एक पुलिसकर्मी सहित 2 चपरासी नियुक्त किए गए.
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अशोकनगर जिले के 4 सेंटर पर 5 से कम स्टूडेंट
सूत्रों के अनुसार जिले के कचनार के शासकीय स्कूल में पहले संस्कृत के अतिथि शिक्षक पदस्थ था. लेकिन अब स्कूल में स्थाई शिक्षिक के तौर पर सरला तोमर की नियुक्ति हुई है. वह बताती हैं कि जो बच्चे अंग्रेजी में कमजोर हैं, तो वे अपनी इच्छानुसार संस्कृत ले रहे हैं. बच्चे पहले संस्कृत नहीं लेते थे. लेकिन अब संस्कृत विषय लेना शुरू किया है. 12वीं क्लास में 4 बच्चों ने संस्कृत ली और गांव के स्कूल में ही उनकी परीक्षा हुई है. वहीं 11वीं क्लास में इस बार 13 बच्चे संस्कृत के हैं. जिलेभर में 4 परीक्षा केंद्रों पर संस्कृत विषय के 5 से कम परीक्षार्थी बैठे. ये हैं अशोकनगर सरस्वती विद्यालय में एक, उच्चतर माध्यविक विद्यालय मुंगावली में एक, पिपरई में 3 और नवीन उमा विद्यालय कचनार में 4.