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ERCP परियोजना को लेकर हुआ MoU, सीएम भजन लाल ने बताया सुखद दिन

पूर्वी राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को लेकर रविवार को दिल्ली में श्रम शक्ति भवन में एमओयू साइन किया गया. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह की अध्यक्षता में मध्य प्रदेश और राजस्थान के मध्य यह समझौता हुआ, जहां मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव मौजूद रहे.

ERCP परियोजना को लेकर हुआ MoU
ERCP परियोजना को लेकर हुआ MoU
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 28, 2024, 8:59 PM IST

Updated : Jan 28, 2024, 9:06 PM IST

जयपुर. रविवार को नई दिल्ली के श्रम शक्ति भवन में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को लेकर अहम समझौता हुआ. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में MoU पर मध्य प्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्री ने दस्तखत किए. गौरतलब है कि पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की प्यास बुझाने के लिए ERCP अहम परियोजना है. पिछले चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के बीच ERCP पर जमकर राजनीति हुई थी. जयपुर में भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय पर इस दौरान कैबिनेट मंत्री कन्हैया लाल चौधरी की मौजूदगी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया.

भजनलाल शर्मा ने बताया सुखद दिन : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ईआरसीपी पर हुए समझौते से पहले मीडिया के सामने अपनी बात रखी. मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि आज बहुत ही बड़ा सुखद दिन है, जब केन बेतवा की तर्ज पर ERCP का MoU हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से सहमति के बाद आज समझौता हुआ है. कांग्रेस सरकार ने इस मुद्दे को उलझाने की कोशिश की. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने इसे मूर्त रूप देते हुए आगे बढ़ने का प्रयास किया. मुख्यमंत्री भजनलाल बोले की अब चाहे वन क्षेत्र, औद्योगिक क्षेत्र या कृषि क्षेत्र हो सभी को फायदा मिलेगा. भजनलाल शर्मा ने दावा किया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किया गया काम जल्द पूरा होता है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री से आग्रह करते हैं कि यह काम भी जल्दी से जल्दी पूरा हो सके, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का कोटि-कोटि आभार व्यक्त करता हूं.

  • ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ERCP) का हुआ समाधान।

    अब विकास की ओर तेज गति से आगे बढ़ेगा राजस्थान।#RajasthanThanks4ERCP pic.twitter.com/4YFMfEiY2C

    — BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) January 28, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ERCP पर बोले केंद्रीय जल शक्ति मंत्री : ईआरसीपी को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि-'राजस्थान और मध्य प्रदेश के 26 जिलों के लिए यह स्वर्णिम योजना है और आज स्वर्णिम दिन है. भारत की सरकार के लिए भी आज एक सफलता का दिन है'. शेखावत बोले कि नदियों के पानी का पूर्ण सदुपयोग और बेहतर तरीके से काम लिया जा सके, उसी दिशा में तेजी से काम हो रहा है. जल्दी ही पांच लाख 80 हजार से ज्यादा हेक्टेयर में सिंचाई की जा सकेगी. उन्होंने दावा किया कि इस योजना से बांधों में पानी आएगा और भूजल स्तर भी बढ़ेगा. आज का दिन 26 जिलों के आने वाले दिनों को रेखांकित करने वाला दिन होगा.

इसे भी पढ़ें-ERCP पर मध्यप्रदेश और राजस्थान में बनी सहमति, दोनों राज्य अब सरकार के स्तर पर करेंगे चर्चा

भाजपा मुख्यालय पर मनाया गया जश्न : ERCP और मध्य प्रदेश और राजस्थान में हुए समझौते को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने भी खुशी जाहिर की है. पार्टी की प्रदेश इकाई के सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा है कि "ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ERCP) का समाधान हुआ है. अब विकास की ओर तेज गति से राजस्थान आगे बढ़ेगा." इस दौरान जयपुर में प्रदेश मुख्यालय पर जश्न मनाया गया, जहां कैबिनेट मंत्री कन्हैया लाल चौधरी भी मौजूद रहे. इस मौके पर चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने राजस्थान के इस गंभीर विषय पर राजनीति की थी, परंतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना वादा पूरा किया है और अब राजस्थान की 13 जिलों को निर्बाध रूप से पानी मिल सकेगा.

यह है ERCP का प्रोजेक्ट : पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) में कालीसिंध, पार्वती, मेज और चाकन उप-बेसिनों में उपलब्ध व्यर्थ बहने वाले मानसून के पानी का उपयोग किया जाना है. इसे बनास, गंभीरी, बाणगंगा के पानी की कमी वाले उप-बेसिनों में मोड़कर चंबल बेसिन के भीतर पानी के इंटर बेसिन ट्रांसफर की परिकल्पना की गई थी. योजना के पूरा होने पर पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों को पीने और औद्योगिक पानी की उपलब्धता सुनिश्चित होगी. परियोजना में लगभग 2.82 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई को लेकर दृष्टिकोण रखा गया है. विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने 13 जिलों के 83 विधानसभा क्षेत्र में इस प्रोजेक्ट को चुनावी मुद्दा बनाया था, जाहिर है कि वसुंधरा राजे सरकार के दौरान इस परियोजना की परिकल्पना की गई थी. इस योजना पर 40 हजार करोड़ रुपए के व्यय का अनुमान है. योजना से लाभान्वित होने वाले जिलों में अलवर, दौसा, जयपुर, अजमेर, टोंक, सवाई माधोपुर, बूंदी, कोटा, बारां , झालावाड़, भरतपुर, धौलपुर और करौली शामिल हैं.

जयपुर. रविवार को नई दिल्ली के श्रम शक्ति भवन में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को लेकर अहम समझौता हुआ. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में MoU पर मध्य प्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्री ने दस्तखत किए. गौरतलब है कि पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की प्यास बुझाने के लिए ERCP अहम परियोजना है. पिछले चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के बीच ERCP पर जमकर राजनीति हुई थी. जयपुर में भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय पर इस दौरान कैबिनेट मंत्री कन्हैया लाल चौधरी की मौजूदगी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया.

भजनलाल शर्मा ने बताया सुखद दिन : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ईआरसीपी पर हुए समझौते से पहले मीडिया के सामने अपनी बात रखी. मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि आज बहुत ही बड़ा सुखद दिन है, जब केन बेतवा की तर्ज पर ERCP का MoU हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से सहमति के बाद आज समझौता हुआ है. कांग्रेस सरकार ने इस मुद्दे को उलझाने की कोशिश की. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने इसे मूर्त रूप देते हुए आगे बढ़ने का प्रयास किया. मुख्यमंत्री भजनलाल बोले की अब चाहे वन क्षेत्र, औद्योगिक क्षेत्र या कृषि क्षेत्र हो सभी को फायदा मिलेगा. भजनलाल शर्मा ने दावा किया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किया गया काम जल्द पूरा होता है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री से आग्रह करते हैं कि यह काम भी जल्दी से जल्दी पूरा हो सके, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का कोटि-कोटि आभार व्यक्त करता हूं.

  • ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ERCP) का हुआ समाधान।

    अब विकास की ओर तेज गति से आगे बढ़ेगा राजस्थान।#RajasthanThanks4ERCP pic.twitter.com/4YFMfEiY2C

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ERCP पर बोले केंद्रीय जल शक्ति मंत्री : ईआरसीपी को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि-'राजस्थान और मध्य प्रदेश के 26 जिलों के लिए यह स्वर्णिम योजना है और आज स्वर्णिम दिन है. भारत की सरकार के लिए भी आज एक सफलता का दिन है'. शेखावत बोले कि नदियों के पानी का पूर्ण सदुपयोग और बेहतर तरीके से काम लिया जा सके, उसी दिशा में तेजी से काम हो रहा है. जल्दी ही पांच लाख 80 हजार से ज्यादा हेक्टेयर में सिंचाई की जा सकेगी. उन्होंने दावा किया कि इस योजना से बांधों में पानी आएगा और भूजल स्तर भी बढ़ेगा. आज का दिन 26 जिलों के आने वाले दिनों को रेखांकित करने वाला दिन होगा.

इसे भी पढ़ें-ERCP पर मध्यप्रदेश और राजस्थान में बनी सहमति, दोनों राज्य अब सरकार के स्तर पर करेंगे चर्चा

भाजपा मुख्यालय पर मनाया गया जश्न : ERCP और मध्य प्रदेश और राजस्थान में हुए समझौते को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने भी खुशी जाहिर की है. पार्टी की प्रदेश इकाई के सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा है कि "ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ERCP) का समाधान हुआ है. अब विकास की ओर तेज गति से राजस्थान आगे बढ़ेगा." इस दौरान जयपुर में प्रदेश मुख्यालय पर जश्न मनाया गया, जहां कैबिनेट मंत्री कन्हैया लाल चौधरी भी मौजूद रहे. इस मौके पर चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने राजस्थान के इस गंभीर विषय पर राजनीति की थी, परंतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना वादा पूरा किया है और अब राजस्थान की 13 जिलों को निर्बाध रूप से पानी मिल सकेगा.

यह है ERCP का प्रोजेक्ट : पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) में कालीसिंध, पार्वती, मेज और चाकन उप-बेसिनों में उपलब्ध व्यर्थ बहने वाले मानसून के पानी का उपयोग किया जाना है. इसे बनास, गंभीरी, बाणगंगा के पानी की कमी वाले उप-बेसिनों में मोड़कर चंबल बेसिन के भीतर पानी के इंटर बेसिन ट्रांसफर की परिकल्पना की गई थी. योजना के पूरा होने पर पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों को पीने और औद्योगिक पानी की उपलब्धता सुनिश्चित होगी. परियोजना में लगभग 2.82 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई को लेकर दृष्टिकोण रखा गया है. विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने 13 जिलों के 83 विधानसभा क्षेत्र में इस प्रोजेक्ट को चुनावी मुद्दा बनाया था, जाहिर है कि वसुंधरा राजे सरकार के दौरान इस परियोजना की परिकल्पना की गई थी. इस योजना पर 40 हजार करोड़ रुपए के व्यय का अनुमान है. योजना से लाभान्वित होने वाले जिलों में अलवर, दौसा, जयपुर, अजमेर, टोंक, सवाई माधोपुर, बूंदी, कोटा, बारां , झालावाड़, भरतपुर, धौलपुर और करौली शामिल हैं.

Last Updated : Jan 28, 2024, 9:06 PM IST
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