बनासकांठा: बनासकांठा जिले के दांता के त्रिशूलिया घाट पर श्रद्धालुओं से भरी बस पलटने से एक बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो गई. हादसे में घायल 52 से ज्यादा लोगों को पालनपुर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ये हादसा इतना गंभीर था कि लग्जरी बस के टायर टूट गए. श्रद्धालु खुद आरोप लगा रहे हैं कि हादसा लग्जरी बस के ड्राइवर की लापरवाही के कारण हुआ है, उनका कहना है कि लग्जरी बस चक्कर लगाने के दौरान चार ठोकरें पार करने के बाद पलट गई. लग्जरी बस में 50 से ज्यादा लोगों के सवार होने की भी खबर है.
खेड़ा जिले के नडियाद तालुका के कठलाल गांव के श्रद्धालु कल अंबाजी माता के दर्शन करने आए थे, जो आज दर्शन कर लौट रहे थे, तभी दांता के त्रिशूलिया घाट के पास हादसा हो गया. हालांकि, हादसे की सूचना मिलने के बाद अंबाजी पुलिस सहित अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और पालनपुर अंबाजी और दांता तीन तालुकाओं की सभी एम्बुलेंस के माध्यम से पहले दाना सिविल अस्पताल और फिर 52 घायलों को इलाज के लिए पालनपुर सिविल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है.
जबकि घायलों को पालनपुर सिविल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, पालनपुर विधायक अनिकेतभाई ठाकर, कलेक्टर मिहिर पटेल जिला पुलिस प्रमुख अक्षयराज मकवाना सहित अधिकारी पालनपुर सिविल अस्पताल पहुंचे और मरीजों की देखभाल की और उनके चल रहे उपचार की भी निगरानी की.
पालनपुर सिविल अस्पताल पहुंचे कलेक्टर और जिला पुलिस प्रमुख ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि सभी मरीजों का फिलहाल पालनपुर सिविल अस्पताल में अच्छा इलाज किया जा रहा है. हालांकि, कलेक्टर और जिला पुलिस प्रमुख ने कहा है कि दुर्घटना कैसे हुई इसकी जांच की जाएगी और जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
दूसरी ओर, जब घायलों को इलाज के लिए पालनपुर सिविल अस्पताल लाया गया, तो सिविल अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी अपने पैरों पर खड़े हुए और सभी मरीजों को आवश्यक उपचार दिया. बनास मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन पी.जे. चौधरी ने कहा कि जो घटना घटी है उसकी सूचना मिलते ही पालनपुर सिविल अस्पताल में सारी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं, साथ ही गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकरभाई चौधरी के निर्देश पर सिविल अस्पताल में फिलहाल मरीजों का उचित इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि उन्हें भर्ती कर लिया गया है.
अहम बात यह है कि अगर बस में सवार श्रद्धालु बस चालक पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं तो यह जांच का विषय है, क्योंकि रील बनाने के दौरान अगर कोई हादसा हुआ है तो यह बेहद गंभीर मामला कहा जा सकता है पीड़िता को ले जाने वाले बस चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग.