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हल्द्वानी हिंसा में गोली लगने से घायल हुए मोहम्मद इसरार ने तोड़ा दम, अभीतक 6 लोगों हो चुकी है मौत - हल्द्वानी हिंसा

one more died Haldwani violence हल्द्वानी हिंसा में आठ फरवरी को गोली लगने से घायल हुए मोहम्मद इसरार ने आज मंगलवार 13 फरवरी को सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है. इस हिंसा में अभीतक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. सभी 6 लोग किसकी गोली का शिकार हुए, इसका अभीतक पता नहीं चल पाया है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 13, 2024, 1:50 PM IST

Updated : Feb 13, 2024, 4:12 PM IST

हल्द्वानी: नैनीताल जिले के हल्द्वानी में आठ फरवरी गुरुवार शाम को हुई हिंसा में मृतकों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है, जबकि दो लोगों की हालत भी गंभीर बनी हुई है, जिनका हल्द्वानी के सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है. जिस व्यक्ति की मंगलवार 13 फरवरी को मौत हुई है, उसका नाम मोहम्मद इसरार है, जिसकी उम्र करीब 50 साल थी. मोहम्मद इसरार बनभूलपुरा थाना क्षेत्र के गफूर बस्ती का रहने वाला था. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.

मोहम्मद इसरार की मौत भी गोली लगने से ही हुई है, लेकिन मोहम्मद इसरार को किसी की गोली है, इस बारे में पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चला पाएगा कि मोहम्मद इसरार को किस हथियार से गोली मारी गई है. हल्द्वानी हिंसा में 300 से ज्यादा लोग चोटिल हुए थे, जिसमें से 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी थे.
पढ़ें- हल्द्वानी हिंसा: सीएम की घोषणा के बाद अतिक्रमण स्थल पर खुली पुलिस चौकी, लाइसेंसी हथियार जब्ती की कार्रवाई तेज

बता दें कि, हल्द्वानी के बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में 'मलिक का बगीचा' इलाका है, जहां पर अवैध मदरसा और नमाज स्थल बना हुआ था, जिसे तोड़ने के लिए 8 फरवरी गुरुवार को हल्द्वानी नगर निगम और प्रशासन की टीम गई थी. जैसे ही टीम ने मदरसा और नमाज स्थल तोड़ना शुरू किया, तो मदरसे और नमाज स्थल के मालिक अब्दुल मलिक ने प्रशासन और हल्द्वानी नगर निगम की इस कार्रवाई का विरोध किया, जिसके बाद वहां भीड़ जमा हो गई.

जिलाधिकारी वंदना सिंह के मुताबिक, मौके पर मौजूद पुलिस-प्रशासन की टीम ने अब्दुल मलिक और लोगों को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन कोई सुनने को तैयार ही नहीं था. इसी बीच कुछ लोगों ने पुलिस-प्रशासन और मदरसे व नमाज स्थल को तोड़ने वाली टीम पर पथराव करना शुरू कर दिया, जिसके बाद हालात काबू से बाहर हो गए.
पढ़ें- हल्द्वानी हिंसा: मुस्लिम धर्मगुरुओं ने निष्पक्ष जांच की उठाई मांग, कहा- हम शर्मिंदा हैं, वो कौन था जिसने ये सबकुछ किया?

कुछ ही देर में हालात इतने बिगड़ गए कि लोगों की भीड़ ने वहां खड़े वाहनों में आग लगानी शुरू कर दी थी. उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने का घेराव कर वहां पर भी आग लगाने का प्रयास किया और पुलिसकर्मियों जिंदा जलाने की कोशिश की. उपद्रवियों ने थाना परिसर में खड़े वाहनों में आग भी लगा दी थी.

वहीं, हालात को काबू में करने के लिए प्रशासन ने हल्द्वानी शहर में कर्फ्यू लगा दिया था. साथ ही उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिए थे, जिसके बाद स्थिति को काबू में किया. इस हिंसा में अभीतक 6 लोगों की गोली लगने से मौत हुई है. हालांकि अभीतक ये साफ नहीं हो पाया है कि इन 6 लोगों को किसकी बंदूक से गोली लगी है. इसकी फॉरेसिंक जांच कराई जा रही है.

हल्द्वानी: नैनीताल जिले के हल्द्वानी में आठ फरवरी गुरुवार शाम को हुई हिंसा में मृतकों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है, जबकि दो लोगों की हालत भी गंभीर बनी हुई है, जिनका हल्द्वानी के सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है. जिस व्यक्ति की मंगलवार 13 फरवरी को मौत हुई है, उसका नाम मोहम्मद इसरार है, जिसकी उम्र करीब 50 साल थी. मोहम्मद इसरार बनभूलपुरा थाना क्षेत्र के गफूर बस्ती का रहने वाला था. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.

मोहम्मद इसरार की मौत भी गोली लगने से ही हुई है, लेकिन मोहम्मद इसरार को किसी की गोली है, इस बारे में पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चला पाएगा कि मोहम्मद इसरार को किस हथियार से गोली मारी गई है. हल्द्वानी हिंसा में 300 से ज्यादा लोग चोटिल हुए थे, जिसमें से 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी थे.
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बता दें कि, हल्द्वानी के बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में 'मलिक का बगीचा' इलाका है, जहां पर अवैध मदरसा और नमाज स्थल बना हुआ था, जिसे तोड़ने के लिए 8 फरवरी गुरुवार को हल्द्वानी नगर निगम और प्रशासन की टीम गई थी. जैसे ही टीम ने मदरसा और नमाज स्थल तोड़ना शुरू किया, तो मदरसे और नमाज स्थल के मालिक अब्दुल मलिक ने प्रशासन और हल्द्वानी नगर निगम की इस कार्रवाई का विरोध किया, जिसके बाद वहां भीड़ जमा हो गई.

जिलाधिकारी वंदना सिंह के मुताबिक, मौके पर मौजूद पुलिस-प्रशासन की टीम ने अब्दुल मलिक और लोगों को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन कोई सुनने को तैयार ही नहीं था. इसी बीच कुछ लोगों ने पुलिस-प्रशासन और मदरसे व नमाज स्थल को तोड़ने वाली टीम पर पथराव करना शुरू कर दिया, जिसके बाद हालात काबू से बाहर हो गए.
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कुछ ही देर में हालात इतने बिगड़ गए कि लोगों की भीड़ ने वहां खड़े वाहनों में आग लगानी शुरू कर दी थी. उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने का घेराव कर वहां पर भी आग लगाने का प्रयास किया और पुलिसकर्मियों जिंदा जलाने की कोशिश की. उपद्रवियों ने थाना परिसर में खड़े वाहनों में आग भी लगा दी थी.

वहीं, हालात को काबू में करने के लिए प्रशासन ने हल्द्वानी शहर में कर्फ्यू लगा दिया था. साथ ही उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिए थे, जिसके बाद स्थिति को काबू में किया. इस हिंसा में अभीतक 6 लोगों की गोली लगने से मौत हुई है. हालांकि अभीतक ये साफ नहीं हो पाया है कि इन 6 लोगों को किसकी बंदूक से गोली लगी है. इसकी फॉरेसिंक जांच कराई जा रही है.

Last Updated : Feb 13, 2024, 4:12 PM IST
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