रांची: झारखंड के सत्ताधारी दल के विधायक तीन दिनों तक हैदराबाद में रहने के बाद रांची लौट आए हैं. रांची एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सभी विधायकों को सीधे सर्किट हाउस ले जाया गया है. इसके बाद ये पांच फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट में शामिल होंगे.
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड की राजनीति हिचकोले खाने लगी है. हेमंत सोरेन ने जेल जाने से पहले विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा था, लेकिन इसके बाद भी करीब 30 घंटों तक राज्यपाल शांत रहे, किसी को शपथ ग्रहण करने के लिए आमंत्रित नहीं किया. जिसके कारण एक तरफ जहां सत्ताधारी पार्टी में आक्रोश दिखा, वहीं दूसरी तरफ उन्हें ये भी डर सताने लगा कि उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश हो सकती है.
विधायकों में टूट के डर को देखते हुए सत्ताधारी दल के 35 विधायकों को हैदराबाद के एक रिसोर्ट में शिफ्ट कर दिया गया. हैदराबाद में भी इस रिसोर्ट की किलेबंदी ऐसी की गई थी कि कोई परिंदा भी पर ना मार सके. रिसोर्ट के करीब 700 मीटर पहले ही बैरिकेडिंग कर दी गई थी. उसके अंदर किसी को भी जाने की अनुमति नहीं थी.
इधर, रांची में चंपई सोरेन ने सीएम पद की शपथ तो ले ली लेकिन इनके सभी विधायक हैदराबाद में ही रहे. अब पांच फरवरी को फ्लोर टेस्ट होने है. इसे देखते हुए हैदराबाद से सभी विधायक चार्टर्ड प्लेन से रांची लौट आए हैं.
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