कोयंबटूर: तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सरकार छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के लिए कई विशेष योजनाएं लागू कर रही है. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शुक्रवार को कोयंबटूर में 'तमिल पुधलवन' परियोजना का शुभारंभ किया. समारोह कोयंबटूर गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज मैदान में आयोजित किया गया था. इससे राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा पूरी करने के बाद उच्च शिक्षा हासिल करने वाले लड़कों के लिए 1,000 रुपये प्रति माह सहायता दी जाएगी.
इससे पहले साल 2022 में तमिलनाडु सरकार ने छात्राओं के लिए 'पुधुमई पेन' योजना की घोषणा की थी. स्टालिन ने कहा कि 2.73 लाख छात्राएं, जो सरकारी स्कूलों में पढ़ने के बाद कॉलेजों में जाती हैं, पुधुमई पेन योजना के तहत लाभान्वित हुईं, जिसमें उन्हें 1,000 रुपये की मासिक सहायता मिलती है.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि, छात्रों के लिए 'तमिल पुधालवन' के अंतर्गत इस योजना में चयनित छात्रों के बैंक खाते में तुरंत 1000 रुपये जमा कर दिए जाएंगे. इससे 3.28 लाख छात्रों को फायदा होगा और तमिलनाडु सरकार ने इस योजना के लिए 360 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं.
इसके बाद मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने छात्रों से बात की. उन्होंने कहा ''कार्यक्रम में आने से पहले, मैंने कल रात आपके बैंक खाते में 1000 रुपये जमा करने का आदेश दिया. हालांकि कई परियोजनाएं प्रतिदिन लागू की जाती हैं, लेकिन केवल कुछ ही परियोजनाएं दिल के करीब होती हैं... यह एक ऐसा प्रोजेक्ट होगा जो इतिहास बनाएगा. मैं ऐसे तमिल पुधलवन प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने के लिए कोयंबटूर आया हूं."
स्टालिन ने आगे कहा कि, पिछले 3 वर्षों में उन्होंने कई परियोजनाएं लागू की हैं, ताकि उससे लोगों को फायदा पहुंचे. हम इस तरह से परियोजनाएं लागू कर रहे हैं कि तमिलनाडु देश में अग्रणी हो. उन्होंने कहा, "द्रविड़ मॉडल का अर्थ है सामाजिक न्याय सरकार. हम लड़कियों और छात्रों के लिए योजनाएं चलाते हैं. तमिलनाडु में अब तक 518 करोड़ बार महिलाओं ने महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा कार्यक्रम का उपयोग किया है. महिला अधिकारिता योजना के माध्यम से 1 करोड़ 15 लाख महिलाओं को हर माह 1000 की आर्थिक सहायता दी जाती है. नाश्ता योजना के तहत 20 लाख विद्यार्थियों को फायदा हो रहा है."
यह योजना उच्च शिक्षा में छात्र नामांकन बढ़ाने और सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त छात्रों को उपलब्धि हासिल करने वाले छात्रों में बदलने के लिए लाई गई है. सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा 6 से 12 तक तमिल माध्यम में कला, विज्ञान, इंजीनियरिंग, चिकित्सा और कानून पाठ्यक्रमों में नामांकित छात्रों को इस योजना से लाभ होगा. इस योजना से वोकेशनल छात्र भी लाभान्वित हो सकते हैं.
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