नई दिल्ली: रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से अंतरिम बजट 2024 पेश करने के बाद ईटीवी भारत से बात की. बातचीत में रक्षा राज्य मंत्री ने दावा किया किया कि पहले रक्षा सौदे बिचौलिए के हाथ में थे. आज देश को बिचौलियों से छुटकारा मिल गया है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही देश रक्षा मामले में आत्मनिर्भर हो गया है.
रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा की रक्षा मंत्रालय ने जो भी मांग की थी उसे बजट में मिला है. उन्होंने कहा कि आज जल, थल और नभ हम आत्मनिर्भर हैं. उन्होंने कहा कि पहले लोग कहा करते थे कि भारत के लोग कमजोर होते हैं, हमारी सरकार के कार्यकाल में दुनिया ने भारत की ताकत का लोहा माना है.
उन्होंने कहा कि अब सीमा पर होने वाले विवाद का फैसला सीमा पर हो रहा है. उन्होंने कहा कि पहले हमलों का जवाब भाई-भाई के नारों से दिया जाता था. ये हमारा नया भारत है. रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि आज विपक्ष सरकार से सवाल कर रहा है, आरोप लगा रहा है पहले उस विपक्ष को अपने कार्यकाल का हिसाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि विपक्ष को बताना चाहिए कि उनके कार्यकाल में देश बिचौलियों के हाथ में क्यों था.
रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि पूर्व पीएम ने कहा था कि हम जो भी बजट भेजते हैं उसमें सिर्फ 15 प्रतिशत ही जवानों के हित में इस्तेमाल हो पाता था शेष बिचौलियों की जेब में चला जाता है. आज हम देश के दुश्मनों पर बॉर्डर पार कर सर्जिकल स्ट्राइक कर रहे हैं. दुश्मनों को करारा जवाब दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष को रक्षा क्षेत्र में हमारी आत्मनिर्भरता नजर नहीं आती है तो उन्हें अपने चश्मे का नंबर बदल लेना चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि रक्षा क्षेत्र में हमारी आत्मनिर्भरता बढ़ी है.
उन्होंने कहा कि जहां तक पर्यटन मंत्रालय का सवाल है इस क्षेत्र के लिए भी बजट में विशेष प्रावधान किये गये हैं. उन्होंने कहा कि बीते दस साल में पर्यटन के क्षेत्र में काफी काम हुआ है. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भारत आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज यूएई में मंदिर बन रहे हैं. वहां के सुल्तान ने 10 एकड़ जमीन दी. इन मंदिरों के निर्माण पूरा होने पर पीएम मोदी इनका उद्धाटन करेंगे.
केंद्रीय रक्षा राज्य और पर्यटन राज्य मंत्री ने कहा की आलोचना करने वाला विपक्ष पढ़ाई करे. उन्होंने कहा कि हमने कनेक्टिविटी के क्षेत्र में काफी काम किया है. कितनी सड़कें और रेल लाइन बिछाई हैं, कॉरिडोर बनाए हैं. पर्यटकों को सुविधा के लिए ई वीजा, वीजा ऑन अराइवल की सुविधा दी गई है.
उन्होंने सवाल किया कि पूर्व की सरकारें क्या कर के गईं थी? कुछ नहीं. उन्होंने कहा की राममंदिर को वो सिर्फ धार्मिक चश्मे से देख रहे हैं. वह सिर्फ गलतफहमी फैला रहे हैं. राम मंदिर सरकार के खर्च से नहीं बल्कि आम लोगों के दान से मिले धन से बना है.
टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं करने के और किसी तरह की 'फ्रीबीज' वाली घोषणा नहीं करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम पहले ही सात लाख तक की आय कर मुक्त है. उन्होंने कहा कि पहले टैक्स की चोरी होती थी. आज टैक्स पेअर्स बढ़े हैं.
उत्तराखंड में यूसीसी लागू करने पर उन्होंने कहा की इसे पूरे देश में लागू हो जाना चाहिए. इसमें धर्म जाति का सवाल नहीं है. यह तो कानून की बात है. जनसंख्या का अनुपात खराब होता जा रहा है भुखमरी की बात आती तो लोग सरकार को दोष मढ़ने लगते हैं. मेरा व्यक्तिगत विचार है की ये होना चाहिए और अगर उत्तराखंड सरकार पूरे अध्ययन के साथ ऐसा कोई कानून ला रही है तो इसमें बुराई क्या है.