बिलासपुर: किसी इंसान का हौसला इतना बुलंद हो सकता है कि वो 26 बार चुनाव हारने के बाद भी 27वीं बार चुनाव लड़ने की हिम्मत जुटा ले. मसानगंज के रहने वाले अर्जुन श्रीवास उन्ही जीवट लोगों में से एक हैं. पार्षद से लेकर महापौर तक और विधायक तक का चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन जीत एक बार भी नहीं मिली. खुद अर्जुन श्रीवास गर्व के साथ कहते हैं कि वो अबतक 26 बार चुनाव में खड़े हो चुके हैं. चुनाव में उनको जीत भले नहीं मिली लेकिन उनका हौसला आज भी उतना ही बुलंद है जितना पहले चुनाव के वक्त था.
बिलासपुर के धरती पकड़: मसानगंज के लोग अर्जुन को बिलासपुर का धरती पकड़ मानते हैं. अर्जुन इस बार लोकसभा चुनाव 2024 में खड़े होने का प्लान बना रहे हैं. अर्जुन कहते हैं कि वो जितनी बार भी चुनाव लड़े उतनी बार वो हारे हैं उनकी जमानत भी जब्त हो गई. जमानत जब्त होने के बावजूद उनका हौसला कभी नहीं टूटा. बिलासपुर लोकसभा सीट से वो चुनाव लड़कर प्रदेश और जिले में तरक्की लाना चाहते हैं.
देश में तेजी से फैल रहा भ्रष्टाचार समाज के लिए किसी कोढ़ से कम नहीं है. भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए मैं चुनाव में हर बार खड़ा होता हूं. जिस दिन मैं कोई भी चुनाव चुनाव जीत जाउंगा उस दिन मैं ये मान लूंगा कि देश से भ्रष्टाचार भी अब खत्म हो जाएगा. लोकसभा चुनाव में खड़े होने की तैयारी कर रहा हूं. जनता का समर्थन मुझे नहीं मिलेगा ये मैं जानता हूं लेकिन चुनाव में जरूर जाउंगा. - अर्जुन श्रीवास, बिलासपुर के धरती पकड़
अपने डायलॉग्स से लोगों को करते हैं आकर्षित: 40 सालों से बिलासपुर के धरती पकड़ चुनाव लड़ते आ रहे हैं. जब भी वो किसी चुनाव में खड़े होते हैं वन मैन आर्मी की तरह काम करते हैं. अपने चुनाव चिन्ह का खुद ही प्रचार करते हैं. घर घर जाकर लोगों से मिलते हैं. अपने बैनर और पोस्टर तक वो खुद रात रात भर जागकर लिखते हैं और लगाते हैं. अपने चुनाव चिन्ह का प्रचार वो हर बार रिक्शे से करते हैं. प्रचार के दौरान वो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए अलग अलग तरह से डायलॉग्स भी बोलते हैं. परिवार के आर्थिक हालात बहुत अच्छे नहीं हैं बावजूद इसके वो पैसों का इंतजाम कहीं न कहीं से कर ही लेते हैं. लोकसभा चुनाव में वो इस बार खड़े होना चाहते हैं. नामांकन फार्म भरने का खर्चा वो अभी से जुटाने लगे हैं.