मेरठ: मेरठ के एक किसान परिवार के युवक ने गर्मी से निजात पाने के लिए अपने ट्रैक्टर को हाईटेक बना डाला. मेरठ के रजपुरा गांव में रहने वाले गुरदीप ने इंजिनियरिंग की पढ़ाई बीच में छोड़ दी. वह अपने परिवार के साथ खेती किसानी में हाथ बंटाने लगे. उन्होंने गर्मी से बचने के लिए ट्रैक्टर में कई बदलाव किये, जो चर्चा का विषय बन गये.
गुरदीप ने ईटीवी भारत को बताया कि वह कम्प्यूटर साइंस में बीटेक कर रहे थे. कुछ कारणों के चलते पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी. फिर वो खेती करने लगे. उन्होंने देखा कि गर्मी में किसान चाहकर भी दिनभर अपना काम नहीं कर पाते. इसलिए उनके मन में अपने ट्रैक्टर को आरामदायक बनाने का विचार आया. गुरदीप ने कहा कि जिन अन्नदाताओं के पास अधिक जमीन है, अगर उन्हें अपनी खेती को अपटूडेट रखना है, तो उनको अधिक समय तक काम करना होगा. गर्मी में किसानों को दोपहर में तेज धूप के कारण काम बंद करना पड़ता है. इसलिए उन्होंने अपने ट्रैक्टर में एसी लगाने की ठानी. एसी लगाने के लिए उन्होंने ट्रैक्टर में केबिन भी बनवाया.
गुरदीप ने बताया कि ट्रैक्टर को मॉडिफाई करने में शुरुआत में कुछ समस्याएं भी हुईं, लेकिन निरंतर प्रयासों के कारण ट्रैक्टर में बदलाव होते गये. ट्रैक्टर में एयर कंडीशनर लगने के बाद वह तेज धूप में भी काम कर पा रहे थे. पहले लगभग 8 घंटे ही ट्रैक्टर से कम हो पता था, वहीं अब 16 घंटे तक भी काम करने में कोई समस्या नहीं होती है. उन्होंने ट्रैक्टर में म्यूजिक सिस्टम भी इंस्टॉल कराया. केबिन में सीटिंग प्लान के मुताबिक 5-6 लोगों की बैठने की व्यवस्था की गयी. इस ट्रैक्टर को रिमोर्ट से चालू और बंद किया जा सकता है.
गुरदीप अपनी रिश्तेदारी में परिवार के साथ इसी ट्रैक्टर से ही जाते हैं. कई बार वो अपने दोस्तों के साथ काम से इस ट्रैक्टर पर सवार होकर शहर भी जाते हैं. उन्होंने कहा कि सभी को शौक पूरे करने का अधिकार है, तो आखिर किसान ही पीछे क्यों रहें. गुरदीप ने अपने ट्रैक्टर को हाईटेक बनाने में करीब 90,000 रुपये खर्च किये. उनके ट्रैक्टर को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. वो गुरदीप के साथ बैठकर ट्रैक्टर पर सेल्फी भी लेते हैं.
गुरदीप ने कहा कि अब एसी वाले ट्रैक्टर आने लगे हैं, लेकिन उनकी कीमत बहुत ज्यादा है. गुरदीप ने ट्रैक्टर को ऑन-ऑफ करने के लिए रिमोट खुद तैयार किया है. सर छोटू राम इंजीनियरिंग इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट के प्रोजेक्ट इंचार्ज प्रोफेसर आशुतोष मिश्रा ने गुरदीप के प्रयास की सराहना की और कहा कि सुरक्षा के लिहाज से जो मानक बने हैं, उन्हें भी पूरा किया जाना चाहिए.