बीजापुर: 16 जनवरी को बीजापुर में नक्सल एनकाउंटर में बस्तर पुलिस ने बड़ा दावा किया है. बस्तर आईजी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मुठभेड़ की सफलता पर खुलासा किया. उन्होंने कहा कि मारे गए नक्सली बस्तर में नक्सलियों के सबसे मजबूत इकाई PLGA (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी, Peoples Liberation Guerilla Army, PLGA) के सदस्य थे. गुरुवार को हुए मुठभेड़ में फोर्स को कुल 12 नक्सलियों के शव मिले हैं.
"नक्सलियों को लगा बड़ा झटका": इस नक्सल एनकाउंटर में बस्तर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली तो दूसरी ओर नक्सलियों को तगड़ा झटका लगा है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि मारे गए सभी 12 नक्सली माओवादियों की सबसे मजबूत इकाई PLGA के सदस्य थे. अभी मारे गए नक्सलियों की पहचान नहीं हो पाई है. ढेर हुए कुल 12 नक्सलियों में पांच महिला नक्सली हैं, जबकि सात पुरुष नक्सली हैं. PLGA नक्सलियों की सबसे मजबूत इकाई है. यह दक्षिण बस्तर में ज्यादा सक्रिय है. इसका नेतृत्व देवा कर रहा है. नक्सलियों की इस यूनिट ने कई हमलों को अंजाम दिया था.
शुरुआती जानकारी के मुताबिक मारे गए नक्सली पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन नंबर 1 और सेंट्रल रीजनल कमेटी (सीआरसी) कंपनी के ये नक्सली हैं. पीएलजीए प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की सशस्त्र शाखा है.पीएलजीए बटालियन नंबर 1 को आदिवासी बहुल बस्तर क्षेत्र में माओवादियों का सबसे मजबूत संगठन माना जाता है.दक्षिण बस्तर में सुरक्षा बलों पर कई घातक हमले किए हैं- सुंदरराज पी, बस्तर आईजी
"PLGA को पहले हिड़मा करता था लीड": बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी का नेतृत्व पहले खूंखार नक्सली हिड़मा कर रहा था. अब इस इकाई को देवा नाम का नक्सली लीड कर रहा है. गुरुवार को मुठभेड़ के दौरान हिड़मा और देवा दोनों मौजूद थे. जिनके बारे में माना जाता है कि वह बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के खिलाफ कई बड़े हमलों के पीछे शामिल थे. फोर्स को भारी पड़ता देख नक्सली कमांडर हिड़मा और देवा दोनों फरार हो गए.
बीजापुर में कुल 12 नक्सली ढेर: बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि बीजापुर के पामेड़ बासागुड़ा और उसूर में हुए एनकाउंटर में कुल 12 नक्सली मारे गए हैं. गुरुवार को तुमरेल, सिगमपल्ली, पुजारीकांकर और मालेपेंटा गांवों के जंगलों में पीएलजीए बटालियन नंबर 1 और सीआरसी कंपनी कैडरों की मौजूदगी की सूचना मिली. उसके बाद अभियान शुरू किया गया. यह इलाका घोर जंगली इलाका है. तीन जिलों की फोर्स की टीम को इस इलाके में ऑपरेशन के लिए लगाया गया. बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों से डीआरजी और सीआरपीएफ के जवान इस ऑपरेशन में शामिल रहे. इसके अलावा विशिष्ट जंगल युद्ध इकाई कोबरा की पांच बटालियन भी इस ऑपरेशन में शामिल रही.
"शुक्रवार तक चला एनकाउंटर": बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि यह एनकाउंटर शुक्रवार तक चला. इसमें कुल 12 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं. जबकि दो थ्री नॉट थ्री रायफल, एक 12 बोर की राइफल, एक 315 बोर की राइफल, एक देसी रॉकेट लॉन्चर, तीन बैरल ग्रेनेड लांच बरामद हुआ है. इसके साथ ही चार थूथन-लोडिंग राइफल बी मिला है. फोर्स को हथियार बनाने वाली लेथ मशीन और भारी मात्रा में विस्फोटक भी मिली है. इसके साथ ही वायरलेस सेट और नक्सलियों का सामान बरामद किया गया है. साल 2025 के पहले महीने में अकेले बस्तर क्षेत्र में मुठभेड़ों में कम से कम 25 नक्सली मारे गए हैं. इस मुठभेड़ के दौरान पुतकेल सीआरपीएफ कैंप के पास नक्सलियों के आईईडी ब्लास्ट से दो कोबरा कमांडो घायल हो गए. घायल जवानों को रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है.
सोर्स: पीटीआई