मुंबई : सांसद संजय राउत ने बीजेपी को बिना ईवीएम के चुनाव कराने की चुनौती देते हुए मोदी सरकार की आलोचना की. दूसरी ओर ऐसी भी चर्चा है कि सांसद उन्मेश पाटिल और हेमंत गोडसे वापस उद्धव ठाकरे गुट में लौट आएंगे. उन्होंने उस संबंध में शिवसेना ठाकरे समूह की स्थिति स्पष्ट की. मीडिया से बात करते हुए सांसद राउत ने यह भी कहा कि वंचित से बातचीत जारी है.
सांसद संजय राउत ने कहा, 'देश में जब लोकसभा चुनाव चल रहे हैं तो आम लोगों के मन में ईवीएम को लेकर डर है. लोग देश में बदलाव चाहते हैं लेकिन कितने भी बटन दबाओ वोट कमल को ही जाएगा.' राउत ने यह दावा करते हुए कहा कि यह ईवीएम की गड़बड़ी है. सांसद संजय राऊत ने ईवीएम से लेकर बीजेपी की आलोचना की.'
सांसद राउत ने कहा, 'पूरे देश के वकीलों ने ईवीएम का विरोध किया है. दुनिया भर से ईवीएम मशीनों का विरोध हो रहा है. देश में भी ईवीएम के खिलाफ माहौल है. इसलिए हमने चुनाव आयोग से अनुरोध किया था कि ऐसा न किया जाए. ईवीएम पर चुनाव कराएं.'
संजय राउत ने कहा कि बीजेपी को डर है कि अगर चुनाव ईवीएम पर नहीं हुआ तो हमें नुकसान होगा. इसलिए वे ईवीएम पर ही चुनाव करा रहे हैं. बीजेपी को बिना ईवीएम के चुनाव कराने की हिम्मत दिखानी चाहिए. संजय राउत ने इस वक्त बीजेपी को चुनौती दी है. हम अभी भी वंचित बहुजन अगाड़ी के साथ चर्चा कर रहे हैं.
महाविकास अघाड़ी के सभी नेताओं की राय है कि देश में संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए प्रकाश अंबेडकर को हमारे साथ आना चाहिए. हमारी चर्चा कहीं नहीं रुकी है. हमने वंचित को 5 सीटों का प्रस्ताव दिया था लेकिन उनकी बात नहीं मानने पर उन्होंने अकेले ही लड़ने का ऐलान कर दिया है.
उन्होंने कुछ उम्मीदवारों की घोषणा की लेकिन हम अभी भी चर्चा में हैं. हम सभी चाहते हैं कि वंचित लोग महाविकास अघाड़ी में सबसे आगे आएं लेकिन वंचित हमारे साथ नहीं आता. तो क्या हम देश में चुनाव नहीं लड़ना चाहते? यह सवाल सांसद राउत ने उठाया. नासिक के सांसद हेमंत गोडसे नाराज हैं. चर्चा है कि इस ग्रुप में ठाकरे की एंट्री होने वाली है.
इस पर संजय राउत ने कहा, 'हमने उन्हें चुना है. जो गद्दार हैं उन्हें पार्टी में वापस लेने का सवाल ही नहीं है क्योंकि उन्होंने एक बार शिवसेना को धोखा दिया है. ऐसे गद्दारों के लिए शिवसेना के दरवाजे बंद रहेंगे. अगर ऐसे गद्दार शिवसेना को धोखा देकर वापस शिवसेना में आएंगे तो निष्ठावान, स्वाभिमानी और ईमानदार शिवसैनिकों और जनता का अपमान होगा. शिवसेना के दरवाजे गद्दारों के लिए बंद रहेंगे.
संजय राउत ने कहा कि शिंदे गुट में नाराजगी बढ़ती जा रही है. आपको कई विद्रोह देखने को मिलेंगे. आप देखेंगे कि शिंदे का पता भी हैक कर लिया गया है. वे बीजेपी नेता और सांसद उन्मेश पाटिल का टिकट कटने से नाराज हैं और बगावत करने की तैयारी कर रहे हैं. इस पर सांसद संजय राउत ने कहा, 'उन्मेष पाटिल ने हमसे संपर्क किया है.
वह हमसे मिलने वाले हैं, मैं बस इतना ही कह सकता हूं. वह पार्टी में शामिल होंगे या नहीं, इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते. शिंदे समूह फिलहाल गुलाम है. इस दौरान राऊत ने शिवसेना शिंदे गुट पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें बीजेपी द्वारा फेंके गए कबाड़ पर गुजारा करना पड़ रहा है. वर्तमान प्रधानमंत्री कार्यवाहक प्रधान मंत्री हैं.
प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार के लिए देश भर में यात्रा कर रहे हैं लेकिन चीन ने अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख में घुसपैठ कर ली है. उस पर ध्यान देने का उनके पास समय नहीं है. आप मणिपुर जाइये, लद्दाख जाइये, अरुणाचल प्रदेश जाइये. देखिए वहाँ कैसे लोग चिल्ला रहे हैं. लोग कैसे रह रहे हैं? सांसद राउत ने प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को वहां जाकर लोगों की समस्याओं और सवालों को समझना चाहिए.