मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजीत पवार ने सोमवार को अपने भतीजे रोहित पवार से कहा कि अगर उन्होंने कर्जत-जामखेड में रैली की होती, तो वे चुनाव हार जाते. शरद पवार के पोते रोहित ने हाल ही में हुए राज्य चुनावों में कर्जत-जामखेड विधानसभा सीट पर सबसे कम अंतर से जीत दर्ज की है.
सोमवार को चाचा-भतीजे की जोड़ी कराड में मिली, जहां वे पूर्व उपप्रधानमंत्री यशवंतराव चव्हाण की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे. जब दोनों पवार आमने-सामने आए, तो रोहित ने अजीत के पैर छुए और अपने चाचा का आशीर्वाद लिया. अजीत ने कहा कि आप बाल-बाल बच गए... अगर मैंने कर्जत-जामखेड में रैली की होती, तो सोचिए क्या होता. बाद में पत्रकारों से बात करते हुए रोहित ने स्वीकार किया कि अगर उनके चाचा ने निर्वाचन क्षेत्र में रैली की होती, तो वे चुनाव हार जाते.
Karad, Maharashtra: At a event, Rohit Pawar met Ajit and Sharad Pawar. Rohit touched Ajit Pawar's feet, and Ajit jokingly said, " if i had held my rally, you would have lost" pic.twitter.com/G5naHxKgsu
— IANS (@ians_india) November 25, 2024
करजत-जामखेड विधानसभा क्षेत्र में वोटों की गिनती में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, इससे पहले कि एनसीपी (एसपी) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे रोहित पवार ने भाजपा के प्रोफेसर राम शिंदे को 1,243 वोटों के अंतर से हराया. पूरे महाराष्ट्र में नौ अन्य उम्मीदवारों ने लगभग 1,000 वोटों या उससे कम के अंतर से जीत हासिल की.
करजत-जामखेड से रोहित पवार का यह दूसरा चुनाव था, जिसमें भाजपा ने उन्हें हराने के लिए हरसंभव कोशिश की थी. चुनाव प्रचार के दौरान और महायुति सरकार के पूरे कार्यकाल के दौरान रोहित ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इसके मंत्रियों और नेताओं पर आक्रामक तरीके से निशाना साधा था.