अमरावती: पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बॉडीगार्ड ने कुछ दिन पहले आत्महत्या कर ली थी. इस बात की चर्चा है कि ऑनलाइन रम्मी की लत के कारण उन्होंने आत्महत्या की. यह मामला सामने आने के बाद विधायक बच्चू कडू ने तेंदुलकर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
अमरावती के अचलपुर विधायक बच्चू कडू ने कहा कि हमने पहले ही भारत रत्न सचिन तेंदुलकर को ऑनलाइन गेमिंग का विज्ञापन बंद करने की चेतावनी दी थी. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब उनकी ही सुरक्षा में तैनात बॉडीगार्ड ऑनलाइन गेमिंग की लत के कारण आत्महत्या कर लेता है. हम मांग करते हैं कि तेंदुलकर ऑनलाइन गेमिंग का विज्ञापन तुरंत बंद करें या भारत रत्न सम्मान लौटा दें.
प्रहार पार्टी के अध्यक्ष बच्चू कडू ने सचिन तेंदुलकर को 6 जून तक इस संबंध में उचित निर्णय लेने की चेतावनी दी है, अन्यथा वह उनके घर के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे.
घर के बाहर जलाया जाएगा सचिन का पुतला
बच्चू कडू ने कहा कि ऑनलाइन गेमिंग को बढ़ावा देने का सचिन तेंदुलकर का कृत्य भारत रत्न पुरस्कार के योग्य नहीं है. सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न पुरस्कार वापस कर देना चाहिए अन्यथा अगर उन्होंने ऑनलाइन गेमिंग का विज्ञापन करना बंद नहीं किया तो हम 6 जून को शिव राज्याभिषेक समारोह के दिन या उसके अगले दिन उनके घर के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे और उनका पुतला जलाएंगे.
लोकसभा चुनाव में जनता के मुद्दे गायब
लोकसभा चुनाव के संबंध में उन्होंने कहा कि यह चुनाव जाति और धर्म की राजनीति के आधार पर लड़ा गया है. जनता के मुद्दे के गायब दिखे. उन्होंने कहा कि मुंबई जैसी देश की आर्थिक राजधानी में आम लोगों के पास सोने के लिए घर तक नहीं है. मुंबई में छह से सात लाख लोग आज भी फुटपाथ पर सोते हैं और केवल छह परिवारों के पास मुंबई में छह हजार हेक्टेयर जमीन है. ऐसे मुद्दे चुनाव के दौरान सामने आने चाहिए थे, लेकिन दुर्भाग्य से ये कहीं दिखाई नहीं दिए. बच्चू कडू ने कहा कि गोदरेज को अंग्रेजों से तीन हजार एकड़ जमीन भी मिली. हमारा आंदोलन गोदरेज को मिली यह जमीन सरकार को हस्तांतरित करने के लिए होगा.
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