हैदराबाद: भारतीय जनता पार्टी की नेता नवनीत राणा ने हैदराबाद लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार माधवी लता को 'शेरनी' बताते हुए कहा कि माधवी लता हैदराबाद को पाकिस्तान बनने से रोकेंगी और राज्य के विकास के लिए काम करेंगी. महाराष्ट्र के अमरावती की सांसद नवनीत राणा ने बुधवार को हैदराबाद में मीडिया को संबोधित किया.
इस दौरान उन्होंने कहा,'जिस तरह से परिवार की गढ़ सीट पर माधवी लता शेरनी की तरह चुनाव लड़ रही हैं और यहां तक कि कांग्रेस भी एआईएमआईएम (AIMIM) को समर्थन देने के लिए एक डमी उम्मीदवार खड़ा की है, मुझे लगता है कि औवेसी को कहीं और से चुनाव लड़ना चाहिए. फिर देखना चाहिए कि असली ताकत क्या है.'
उन्होंने कहा,'माधवी लता को भारत के साथ रहने वाले लोगों से जिस तरह का समर्थन मिल रहा है - वे सभी इस बार माधवी लता को वोट देंगे. मुझे उम्मीद है कि जब वोटिंग होगी तो माधवी लता हैदराबाद को पाकिस्तान बनने से जरूर रोकेंगी. संसद के माध्यम से हैदराबाद के विकास के लिए काम करेंगी. उन्होंने एआईएमआईएम (AIMIM) और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए दावा किया कि अगर देश की जनता एआईएमआईएम और कांग्रेस को वोट देती है तो वो सीधे पाकिस्तान को जाता है.
अगर आप एआईएमआईएम और कांग्रेस को वोट देते हैं तो यह सीधे पाकिस्तान जाता है. पाकिस्तान जिस तरह का 'एआईएमआईएम प्रेम' और 'राहुल प्रेम' दिखा रहा है - कि पीएम मोदी को हराओ और राहुल को जिताओ. जिस तरह कांग्रेस सरकार ने पाकिस्तान के इशारे पर देश पर शासन किया, वही पाकिस्तान आज कह रहा है कि उसे कांग्रेस और एआईएमआईएम से प्यार है.'
माधवी लता को चार बार के लोकसभा सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के रूप में एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खड़ा किया गया है. यह पहली बार है कि भाजपा ने हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से किसी महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. असदुद्दीन 2004 से हैदराबाद से निर्वाचित प्रतिनिधि हैं. वह पहले अविभाजित आंध्र प्रदेश में दो बार विधायक चुने गए थे.
2004 में पहली बार सीट जीतने वाले ओवेसी से पहले हैदराबाद का प्रतिनिधित्व उनके पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवेसी ने 1984 से लोकसभा में किया था. हैदराबाद लोकसभा सीट के अलावा गोशामहल को छोड़कर हैदराबाद की सभी विधानसभा सीटों पर एआईएमआईएम का कब्जा है. हैदराबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में सात विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं.
इनमें बहादुरपुरा, चंद्रयानगुट्टा, चारमीनार, गोशामहल, कारवां, मलकपेट और याकतपुरा शामिल हैं. मौजूदा लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में तेलंगाना की सभी 17 सीटों पर 13 मई को मतदान होगा. 2019 के चुनावों में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने नौ सीटें जीतीं, जबकि भाजपा को चार सीटें मिलीं. कांग्रेस और एआईएमआईएम क्रमशः तीन और एक सीटों के साथ पीछे रही.