अयोध्या: प्रदेश की राजधानी लखनऊ से रामनगरी के बीच हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत करने की हरी झंडी मिल गई है. सावन माह के बाद इसकी शुरुआत हो जाएगी. इसके साथ ही हेलीकॉप्टर से अयोध्या दर्शन का कार्यक्रम भी फिर से शुरू होने जा रहा है. इसको लेकर राम कथा पार्क हेलीपैड को व्यवस्थित किया जा रहा है. यूपी पर्यटन विभाग के अनुसार अयोध्या से लखनऊ और लखनऊ से अयोध्या हेलीकॉप्टर के माध्यम से लोग सिर्फ 30 मिनट में पहुंच जाएंगे.
भले ही लोकसभा चुनाव के नतीजे से केंद्र और प्रदेश सरकार नाखुश हैं, लेकिन अयोध्या को पर्यटन नगरी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. सबसे अधिक फोकस श्रद्धालुओं को अयोध्या पहुंचाने में किया जा रहा है. इसीलिए सबसे पहले अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का लोकार्पण किया गया. एयरपोर्ट के सफल संचालन के सात माह बीतने के बाद अब लखनऊ से अयोध्या के बीच हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की तैयारी चल रही है.
पर्यटन विभाग के अनुसार अभी सिर्फ एक हेलीकॉप्टर लखनऊ के रमाबाई हेलीपैड से उड़ान भरेगा. इसमें प्रति व्यक्ति किराया तीन हजार रुपये रहेगा. यह सिर्फ बुकिंग के दौरान ही आएगा. वहीं अयोध्या दर्शन के लिए फोर सीटर हेलीकॉप्टर से उड़ान भर सकेंगे. हालांकि अभी इसका किराया फाइनल नहीं हुआ है.
उपनिदेशक पर्यटन विभाग अयोध्या राजेंद्र यादव ने कहा कि लखनऊ से हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत करने का जिम्मा एक प्राइवेट कंपनी को मिला है. सावन के बाद सेवा शुरू की जाएगी. अयोध्या दर्शन के लिए भी हेलीकॉप्टर सेवा जल्द शुरू होने जा रही है.
यूपी में इन जगहों के लिए भी शुरू होनी है हेलीकॉप्टर सेवा: उत्तर प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए विभाग की तरफ से हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की परियोजना पर लगातार काम किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में अयोध्या, बनारस प्रयागराज, लखनऊ, नैमिषारण्य धाम, आगरा, मथुरा और दुधवा नेशनल पार्क के लिए पीपीपी मोड में हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने 1 जुलाई से अगर मथुरा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की घोषणा भी की थी. इसके लिए कंपनी के साथ एमओयू भी साइन हो गया. पर किसी कारण से ये सेवा शुरू नहीं हो सकी है.
इन हेलीकॉप्टर सेवा को शुरू करने के लिए सभी जगहों पर भूमि का आवंटन की प्रक्रिया को लगभग पूरा कर लिया गया है. लखनऊ में इस सेवा के लिए रमाबाई मैदान में भूमि आवंटन होना है. पर उसका काम रुका हुआ है. वहीं दुधवा नेशनल पार्क के लिए भूमि वन विभाग से मिल गया है. इसी तरह प्रयागराज में महाकुम्भ से पहले इस सेवा के लिए भूमि की तलाश पूरी कर ली गई है. जल्द ही जहाँ जहाँ भूमि मिलती जा रही है वहाँ पर एमओयू की प्रक्रिया को पर्यटन विभाग पूरा करा रहा है.