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नागौर में कांग्रेस को बड़ा झटका, तेजपाल मिर्धा के समर्थन में 400 पदाधिकारियों ने दिया सामूहिक इस्तीफा - Lok Sabha Elections 2024

Big loss to Congress in Nagaur, आरएलपी सुप्रीमो व नागौर से गठबंधन प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल के बयान के बाद कांग्रेस ने एक्शन लेते हुए अपने तीन नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था. वहीं, कुचेरा नगर पालिका के चेयरमैन तेजपाल मिर्धा निष्कासन से नाराज हैं. शुक्रवार को मिर्धा के समर्थन में पार्टी के करीब 400 पदाधिकारियों ने सामूहिक तौर पर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया.

Big loss to Congress in Nagaur
Big loss to Congress in Nagaur
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 12, 2024, 3:59 PM IST

नागौर में कांग्रेस को बड़ा झटका

नागौर. जिले में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. शुक्रवार को कुचेरा नगर पालिका के चेयरमैन तेजपाल मिर्धा की मौजूदगी में निवार्चित जनप्रतिनिधियों में से 21 पार्षद, 8 पूर्व पार्षद, 7 पचांयत समिति के सदस्यों ने कांग्रेस की सदस्यता छोड़ दी. वहीं, 400 पदाधिकारियों ने भी कांग्रेस से सामूहिक इस्तीफा दे दिया. इनमें एक ब्लॉक अध्यक्ष, 10 उपाध्यक्ष, 24 महासचिव, 22 सचिव, 12 सहसचिव, 30 कार्यकारणी सदस्य, 264 बूथ अध्यक्ष, 1 एनएसयूआई और 1 यूथ कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष शामिल हैं. दरअसल, तेजपाल मिर्धा को कांग्रेस ने निष्कासित कर दिया था, जिसके बाद शुक्रवार को उन्होंने पार्टी को बड़ा झटका दिया. तेजपाल मिर्धा आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के खिलाफ विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं.

तेजपाल मिर्धा के साथ सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी. सभी ने सामूहिक रूप से त्यागपत्र दिया. ऐसे में इसे नागौर की सियासत में बड़े उलटफेर के तौर पर देखा जा रहा है. वहीं, तेजपाल मिर्धा के आह्वान पर कुचेरा नगर पालिका के 21 पार्षदों, 8 पूर्व पार्षद, 7 पचांयत समिति के सदस्यों ने कांग्रेस की सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया. साथ ही करीब 400 पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया.

इसे भी पढ़ें - ज्योति मिर्धा के चचेरे भाई सहित तीन नेता कांग्रेस से निष्कासित, गठबंधन प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल ने भूमिका पर उठाए थे सवाल

कांग्रेस को बड़ा झटका : एक साथ इतनी बड़ी संख्यां में पदाधिकारियों के इस्तीफे से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. खासकर खींवसर में कांग्रेस के लिए ये बड़ी मुसीबत की बात है, क्योंकि ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर बूथ स्तर तक के पदाधिकारियों ने पार्टी छोड़ दी है. असल में पिछले सप्ताह जायल में सभा को संबोधित करते हुए हनुमान बेनीवाल ने गठबंधन को मतीरों का भरा कहा था. इसके साथ ही बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस के चार-पांच नेता ऐसे हैं, जो भाजपा का दुपट्टा पहनकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. वहीं, बेनीवाल के इस बयान पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने पूरे घटनाक्रम से प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को अवगत कराया. इस पर रंधावा ने एक्शन लेते हुए तेजपाल मिर्धा सहित कांग्रेस के तीन नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया. इसी के बाद नागौर में सियासी घटनाक्रम एकदम से बदल गया.

इसे भी पढ़ें - हनुमान बेनीवाल का भाजपा प्रत्याशी पर बड़ा हमला, कहा- ज्योति मिर्धा को सिफारिश पर मिली MBBS की डिग्री

तेजपाल मिर्धा का बेनीवाल को चुनौती : कुचेरा नगर पालिका के चैयरमेन तेजपाल मिर्धा हनुमान बेनीवाल के खिलाफ खींवसर से चुनाव लड़े थे. इधर, आरएलपी संग कांग्रेस के गठबंधन के बाद से ही वो नाराज चल रहे थे. यही वजह था कि वो हनुमान बेनीवाल के लिए प्रचार भी नहीं कर रहे थे. इस बीच कांग्रेस से निष्कासन के बाद उन्होंने बेनीवाल को खुले तौर पर चुनौती दी. उन्होंने कहा कि वो किसी भी सूरत में बेनीवाल को चुनाव नहीं जीतने देंगे.

नागौर में कांग्रेस को बड़ा झटका

नागौर. जिले में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. शुक्रवार को कुचेरा नगर पालिका के चेयरमैन तेजपाल मिर्धा की मौजूदगी में निवार्चित जनप्रतिनिधियों में से 21 पार्षद, 8 पूर्व पार्षद, 7 पचांयत समिति के सदस्यों ने कांग्रेस की सदस्यता छोड़ दी. वहीं, 400 पदाधिकारियों ने भी कांग्रेस से सामूहिक इस्तीफा दे दिया. इनमें एक ब्लॉक अध्यक्ष, 10 उपाध्यक्ष, 24 महासचिव, 22 सचिव, 12 सहसचिव, 30 कार्यकारणी सदस्य, 264 बूथ अध्यक्ष, 1 एनएसयूआई और 1 यूथ कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष शामिल हैं. दरअसल, तेजपाल मिर्धा को कांग्रेस ने निष्कासित कर दिया था, जिसके बाद शुक्रवार को उन्होंने पार्टी को बड़ा झटका दिया. तेजपाल मिर्धा आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के खिलाफ विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं.

तेजपाल मिर्धा के साथ सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी. सभी ने सामूहिक रूप से त्यागपत्र दिया. ऐसे में इसे नागौर की सियासत में बड़े उलटफेर के तौर पर देखा जा रहा है. वहीं, तेजपाल मिर्धा के आह्वान पर कुचेरा नगर पालिका के 21 पार्षदों, 8 पूर्व पार्षद, 7 पचांयत समिति के सदस्यों ने कांग्रेस की सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया. साथ ही करीब 400 पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया.

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कांग्रेस को बड़ा झटका : एक साथ इतनी बड़ी संख्यां में पदाधिकारियों के इस्तीफे से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. खासकर खींवसर में कांग्रेस के लिए ये बड़ी मुसीबत की बात है, क्योंकि ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर बूथ स्तर तक के पदाधिकारियों ने पार्टी छोड़ दी है. असल में पिछले सप्ताह जायल में सभा को संबोधित करते हुए हनुमान बेनीवाल ने गठबंधन को मतीरों का भरा कहा था. इसके साथ ही बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस के चार-पांच नेता ऐसे हैं, जो भाजपा का दुपट्टा पहनकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. वहीं, बेनीवाल के इस बयान पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने पूरे घटनाक्रम से प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को अवगत कराया. इस पर रंधावा ने एक्शन लेते हुए तेजपाल मिर्धा सहित कांग्रेस के तीन नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया. इसी के बाद नागौर में सियासी घटनाक्रम एकदम से बदल गया.

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तेजपाल मिर्धा का बेनीवाल को चुनौती : कुचेरा नगर पालिका के चैयरमेन तेजपाल मिर्धा हनुमान बेनीवाल के खिलाफ खींवसर से चुनाव लड़े थे. इधर, आरएलपी संग कांग्रेस के गठबंधन के बाद से ही वो नाराज चल रहे थे. यही वजह था कि वो हनुमान बेनीवाल के लिए प्रचार भी नहीं कर रहे थे. इस बीच कांग्रेस से निष्कासन के बाद उन्होंने बेनीवाल को खुले तौर पर चुनौती दी. उन्होंने कहा कि वो किसी भी सूरत में बेनीवाल को चुनाव नहीं जीतने देंगे.

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