कन्नौज : इत्र नगरी कन्नौज में चुनाव जीतने के लिए सियासी दल धर्म की राजनीति को धार देने में जुटे हुए हैं. ताजा उदाहरण समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और भाजपाइयों से जुड़ा है. अखिलेश यादव ने कन्नौज के सुप्रसिद्ध बाबा गौरीशंकर मंदिर में पूजा अर्चना कर चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी. इसके बाद भाजपाइयों ने उसी मंदिर को गंगा जल से धुलवाकर विरोध जताया. बहरहाल कन्नौज में यह प्रसंग चर्चा का विषय बन गया है.
बता दें, सोमवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कन्नौज लोकसभा से इंडिया गठबंधन प्रत्याशी अखिलेश यादव ने कन्नौज के बाबा गौरीशंकर के मंदिर में पूजा अर्चना की थी. अखिलेश यादव ने यहीं से अपना चुनाव प्रचार भी शुरू किया था. भाजपाइयों ने अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि मंदिर में बाहर लिखा है कि गैर सनातनी लोगों का प्रवेश वर्जित है. बावजूद अखिलेश यादव के साथ साथ गैर सनातनी लोग मंदिर में आए. मंदिर परिसर में अखिलेश यादव के समर्थक जूते चप्पल पहनकर अंदर आ गए थे. इसी विरोध में भाजपाइयों की ओर से पूरे मंदिर परिसर को गंगाजल से धोया गया है.
भाजपा के नगर अध्यक्ष शिवेंद्र कुमार ने बताया कि बाबा गौरीशंकर मंदिर में गैर सनातनियों का प्रवेश प्रबंधित है. इसका बोर्ड भी बाहर लगा हुआ है. इसके बावजूद अखिलेश यादव के साथ कई गैर सनातनियों ने मंदिर में प्रवेश किया था. इससे हमारी आस्था को चोट पहुंची है. इसलिए गंगा जल से मंदिर की सफाई करके मंदिर को पवित्र किया गया है. वहीं समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष कलीम खां का कहना है कि इस पर कोई भी टिप्पणी नहीं करेंगे. बस यही कहेंगे ईश्वर अल्लाह एक हैं, इनके दर पर जाने के लिए कोई मनाही नहीं होनी चाहिए.