रायपुर: तीसरे चरण में छत्तीसगढ़ की सात सीटों सहित देश में 95 सीटों पर मतदान होना है. मतदान से पहले कांग्रेस को करारा झटका लगा है. कांग्रेस की तेज तर्रार युवा नेता और प्रवक्ता राधिक खेड़ा ने पार्टी को अलविदा कह दिया है. बीते दिनों राधिका खेड़ा ने आरोप लगाया था कि उनके साथ पार्टी के नेता ने बदतमीजी की है. बदतमीजी किए जाने की शिकायत भी राधिका खेड़ा ने राष्ट्रीय नेतृत्व से की थी.
राधिका खेड़ा ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा: अपने साथ हुए अपमान और न्याय नहीं मिलने पर राधिका खेड़ा ने कांग्रेस पार्टी से आज इस्तीफा दे दिया. राधिका खेड़ा ने इससे पहले मीडिया से बातचीत में कहा था कि उन्होने अपनी शिकायत की है. पार्टी के मंच पर उन्होने अपनी बात रखी है. खुद पीसीसी चीफ दीपक बैज ने उनको अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया था. राधिका खेड़ा ने तीन मई को अपना पक्ष भी पार्टी दफ्तर में पीसीसी चीफ के सामने रखा था. बैज से मुलाकात के बाद राधिका ने सिर्फ इतना कहा कि जो सच था वो उनको बता दिया है. पार्टी का जो भी निर्णय होगा उसके बाद वो अपनी बात रखेंगी. उससे पहले वो मीडिया में किसी तरह की बात नहीं रखेंगी.
बड़े दुख और पीड़ा के साथ ये आज मैं कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहीं हूं. साथ ही अपने पद से भी इस्तीफा देती हूं. हां मैं लड़की हूं और लड़ सकती हूं. अब भी मैं वहीं कर रही हूं. अपने देश और लोगों के लिए, न्याय के लिए लगातार लड़ती रहूंगी''. - राधिका खेड़ा, पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता
राधिका खेड़ा ने साधा था निशाना: राधिका खेड़ा ने अपने साथ हुए बदसलूकी के बाद ट्वीटर पर पोस्ट किया था कि "कौशल्या माता के मायके में बेटी सुरक्षित नहीं, पुरुषवादी मानसिकता से ग्रसित लोग आज भी बेटियों को पैरों तले कुचलना चाह रहे हैं। करूंगी खुलासा. 'दुशील' को लेकर 'काका' का मोह, एक 'लड़की की इज्जत' से बढ़कर है, लेकिन लड़की हूं लड़ रही हूं. मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम जी के ननिहाल में 'दीदी' का स्वागत है".
राधिका खेड़ा ने पार्टी अध्यक्ष खड़गे को भेजा इस्तीफा: राधिका खेड़ा ने अपना इस्तीफा कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा है. खत में राधिका ने पौराणिक कथाओं का जिक्र करते हुए कहा है कि ''धर्म का साथ देने वालों का हमेशा विरोध होता रहा है. श्रीराम का नाम लेने वालों के साथ भी कुछ इसी तरह की बात हो रही है''.