नई दिल्ली: कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी वाड्रा 3 मई को उत्तर प्रदेश की फतेहपुर सिकरी सीट पर इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार रामनाथ सिकरवार के समर्थन में रोड शो करेंगी. यहां मतदान 7 मई को होगा. यूपी के एआईसीसी प्रभारी अविनाश पांडे ने ईटीवी भारत को बताया, 'प्रियंका गांधी 3 मई को फतेहपुर सिकरी लोकसभा सीट के तहत फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र में रोड शो करेंगी.'
सिकरवार एक सेवानिवृत्त सेना के जवान हैं. उन्होंने कारगिल युद्ध में भाग लिया था और खेरागढ़ क्षेत्र में एक स्थानीय मंदिर परिसर के अंदर एक साधारण जीवन जीते हैं. सिकरवार के प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार और भाजपा के मौजूदा सांसद राजकुमार चाहर का समर्थन करने वाले क्षेत्र के शक्तिशाली लोगों के खिलाफ सिकरवार के अल्प संसाधनों को देखते हुए फतेहपुर सिकरी की राजनीतिक लड़ाई ने गरीब बनाम अमीर का महौल बना दिया है.
बसपा ने संसदीय सीट पर महत्वपूर्ण समुदाय की आबादी को भुनाने के लिए ब्राह्मण राम निवास शर्मा को मैदान में उतारा है, जिसमें पांच विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर सिकरी, फतेहाबाद, खेरागढ़, आगरा ग्रामीण और बाह शामिल हैं. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार भाजपा उम्मीदवार को अपनी पार्टी के भीतर से विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि स्थानीय विधायक बाबूलाल चौधरी ने अपने बेटे रामेश्वर चौधरी को संसदीय सीट पर निर्दलीय के रूप में मैदान में उतारा है, जहां कुल 18 लाख मतदाताओं में से लगभग 3 लाख जाट हैं.
हालांकि इस सीट पर पारंपरिक मुकाबला भाजपा और बसपा के बीच रहा है, लेकिन कांग्रेस के एक ठाकुर उम्मीदवार के प्रवेश ने लड़ाई को त्रिकोणीय और दिलचस्प बना दिया है. 2019 में भाजपा के चाहर ने कांग्रेस के राज बब्बर को हराया था, जो अब हरियाणा के गुड़गांव से पार्टी के उम्मीदवार हैं.
2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी के करीबी माने जाने वाले रामनाथ ने खेरागढ़ सीट पर बीजेपी के भगवान सिंह कुशवाह को कड़ी टक्कर दी थी और 65,000 से ज्यादा वोट हासिल किए थे. तब भी प्रियंका ने उनके लिए रोड शो किया था. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि 2024 में सिकरवार इस लोकसभा सीट पर भाजपा के ठाकुर वोट आधार में सेंध लगा सकते हैं और सहयोगी सपा के मुस्लिम और पिछड़े मतदाताओं द्वारा समर्थित, भगवा पार्टी के गेम प्लान को बिगाड़ सकते हैं.
यूपी के प्रभारी एआईसीसी सचिव प्रदीप नरवाल ने ईटीवी भारत को बताया कि सिकरवार का अभियान बड़े पैमाने पर स्थानीय लोगों द्वारा वित्त पोषित है. वह ज्यादातर स्थानीय लोगों के बीच लोकप्रियता का फायदा उठा रहे हैं. हमें अपने उम्मीदवार की जीत का पूरा भरोसा है. भाजपा एक बंटा हुआ घर है और बसपा अब खत्म होने जा रही है. जनता स्वच्छ छवि वाले उम्मीदवारों को चाहती है.
राम नाथ 2004 में सेना से सेवानिवृत्त हुए और तब से अपने संगठन लक्ष्मण सेना के माध्यम से सामाजिक कार्यों में शामिल हैं जो विशेष रूप से मजदूरों और किसानों की मदद करता है. अक्सर सेना की युद्ध संबंधी पोशाक पहने देखे जाने वाले सिकरवार युवाओं और बूढ़ों के बीच समान रूप से लोकप्रिय हैं. वह अपने प्रचार अभियान के दौरान साइकिल चलाते हुए देखे जाते हैं. वह नामांकन दाखिल करने के लिए भी साइकिल से गए.
वह नियमित रूप से अमीरों और शक्तिशाली लोगों के प्रभुत्व वाली व्यवस्था में भ्रष्टाचार से लड़ने की आवश्यकता पर जोर देते हैं. सिकरवार एक पंचायत सदस्य रहे हैं और जमीनी राजनीति को अच्छी तरह से जानते हैं जहां स्थानीय बाहुबली अक्सर लोकतांत्रिक व्यवस्था को नष्ट कर देते हैं. गरीबों की आवाज को मजबूत करना हमारे लिए महत्वपूर्ण है.