नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण से भाजपा के लिए चुनावी अभियान का आगाज कर दिया है. मिशन दक्षिण को पूरा करने के लिए पार्टी ने तमिलनाडु से लेकर केरल तक जो कभी बीजेपी के लिए अछूते राज्य माने जाते थे वहां भी भाजपा पूरा जोर लगा रही है. दक्षिण भारत में भाजपा सत्ता विरोधी भावना को भुनाने का पूरा प्रयास करेगी. ऐसा नहीं है कि भाजपा सिर्फ दक्षिण भारत में ही पूरा जोर लगा है.
शेष भारत खास तौर से हिंदी भाषी प्रदेशों में जहां भाजपा अपेक्षाकृत काफी मजबूत है वहां भी प्रधानमंत्री कई रैलियां करने वाले हैं. भाजपा पीएम सहित पार्टी के बड़े नेताओं की रैलियां तय कर रही है. इसी क्रम में प्रधानमंत्री अप्रैल में कई रैलियां करेंगे. पीएम उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार, यूपी और पश्चिम बंगाल में को रैली करेंगे.
भाजपा के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पीएम दो अप्रैल मंगलवार को उत्तराखंड के रूद्रपुर में जनसभा करेंगे. इस दौरान वह दोपहर बारह बजे रूद्रपुर में जनसभा करेंगे और इसके बाद यहीं से राजस्थान जाएंगे. राजस्थान में पीएम मोदी 3:30 बजे कोटपुतली में जनसभा करेंगे.
इसके बाद गुरुवार यानी चार अप्रैल को पीएम बिहार के जमुई में दोपहर बारह बजे जनसभा के लिए पहुंचेंगे. जहां वो एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे इस रैली के बाद पीएम बिहार से पश्चिम बंगाल की तरफ रुख करेंगे और दोपहर साढ़े तीन बजे पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे. सूत्रों की माने तो पीएम इस रैली में राज्य की ममता सरकार के खिलाफ काफी आक्रामक रहेंगे. इसके बाद अगले दिन यानी छह अप्रैल को बीजेपी के स्थापना दिवस पर पीएम यूपी में चुनावी माहौल को धार देंगे. वह राज्य के सहारनपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे.
उसी दिन दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भी पीएम मोदी शाम 5 बजे रोड शो करेंगे जिसमें एनसीआर के ज्यादातर उम्मीदवार मौजूद रहेंगे इसके बाद पीएम नौ अप्रैल को पीलीभीत में जनसभा करेंगे. पीएम यूपी के मुरादाबाद में 16 अप्रैल को भी एक जन सभा करेंगे. फिलहाल पीएम की ये अप्रैल की रैलियां तय की गईं है. मगर पार्टी सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी रैलियों की डिमांड बहुत ज्यादा है. पीएम के पास समय कम ऐसे में पार्टी एक रैली में आसपास के उम्मीदवारों को भी कर करने की कोशिश करेगी.