पूर्णिया: पूर्व सांसद पप्पू यादव ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन कर दिया है. पप्पू यादव अपनी मां का आशीर्वाद लेने के बाद सिंघम स्टाइल में समाहरणालय में नॉमिनेशन के लिए पहुंचे थे. बुलेट पर बैठकर पप्पू यादव समाहरणालय पहुंचे और उनके पीछे कार्यकर्ताओं की फौज दौड़ लगाती दिखी.
पप्पू यादव ने किया नामांकन: बुलेट पर सवार पप्पू यादव गेट के अंदर प्रवेश कर गए. पप्पू के इस स्टाइल को देखकर पुलिसकर्मी भी भौचक रह गए और उनकी सारी व्यवस्था धरी की धरी रह गई. इससे पहले पप्पू यादव ने कहा कि आज का दिन मेरी जिंदगी के अध्याय खास दिन है. क्योंकि मैंने सबका दिल जीता है और मुझे सभी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है. मैं INDIA गठबंधन के लिए मजबूती के लिए काम करूंगा. कांग्रेस किसी भी कीमत पर स्थापित हो, इस देश की युवाओं की, देश के अर्थव्यवस्था की बात होनी चाहिए.
"कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है, निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़ा. बहुत सारे लोगों ने हमारी राजनीतिक हत्या करने की साजिश की. हमेशा से पूर्णिया की जनता ने पप्पू यादव को जात-पात से ऊपर रखा है. सबकी एक ही आवाज है पप्पू और पूर्णिया. मैं इंडिया गठबंधन को मजबूत करूंगा, मेरा संकल्प राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना है."- पप्पू यादव, निर्दलीय उम्मीदवार, पूर्णिया
माता-पिता का लिया आशीर्वाद: पूर्णिया लोकसभा चुनाव के चुनावी मैदान में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतरने वाले पप्पू यादव नामांकन से पहले अपने घर पहुंचे और अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया. मां शांति प्रिया और पिता चंद्र नारायण प्रसाद ने पप्पू यादव की जीत की कामना की और उन्हें अपना आशीर्वाद दिया. इस दौरान पप्पू यादव की मां ने उनकी आरती उतारी, विजय तिलक लगाया और दही खिलाकर रवाना किया. इससे पहले पप्पू यादव ने कहा था कि उनके साथ सभी का आशीर्वाद है. लालू यादव का भी आशीर्वाद उनके साथ है.
क्या होगा कांग्रेस का अगला कदम?: पप्पू यादव का दावा है कि कांग्रेस में जन अधिकार पार्टी का विलय पूर्णिया लोकसभा सीट के टिकट के लिए नहीं हुआ है बल्कि प्रियंका गांधी के कहने पर हुआ है. इधर राजद प्रत्याशी बीमा भारती ने नामांकन करने के बाद पप्पू यादव से सहयोग की अपील की थी, लेकिन पप्पू यादव पर किसी बात का असर नहीं हुआ. अब कांग्रेस पप्पू यादव को लेकर क्या फैसला लेती है इसपर सभी की नजरें टिकी हैं.
इसे भी पढ़ें-