कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर तंज कसा है. घाटल में टीएमसी के उम्मीदवार देव के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करती हुई सीएम ममता ने केंद्र पर बड़ा आरोप लगा दिया .उन्होंने कहा कि, बीजेपी ध्रुवीकरण का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि, केंद्र पश्चिम बंगाल को सामाजिक कल्याण योजनाओं के लिए दिए जाने वाले फंड को रोक रखा है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर केंद्र उन्हें धन से वंचित कर रही है तो ऐसे में उनकी सरकार फंड की व्यवस्था खुद करेगी. उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि, 15 लाख रुपये लोगों के बैंक खातों में देने के वादे का क्या हुआ?
मोदी सरकार पर ममता का आरोप
यह पहला मौका नहीं है जब ममता ने मोदी सरकार पर बंगाल सरकार को फंड नहीं देने का आरोप लगाया है. इससे पूर्व 29 और 30 मार्च को भी उन्होंने राज्य की योजनाओं के लिए केंद्र की ओर से धन न देने का आरोप लगाकर कोलकाता में दो दिन का धरना दिया था. उस समय ममता ने धरने पर बैठकर कहा था कि, 100 दिन काम योजना और अन्य योजनाओं के लिए मोदी सरकार राशि नहीं दे रही है. केंद्रीय बजट में भी हमें मनरेगा और आवास योजना के लिए एक पैसा नहीं दिया.
ममता का सनसनीखेज आरोप
मंगलवार को राज्य में प्रमुख विपक्ष दल भाजपा पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी ने दावा किया था कि भाजपा नेता उनके भतीजे और सत्तारूढ़ टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी की हत्या कराना चाहते हैं. उन्होंने बीरभूम में एक सार्वजनिक बैठक में यह बात कही थी. लोकसभा चुनाव में बीजेपी के जीत के दावों पर सवाल करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि, अगर बीजेपी जीत के प्रति इतनी आश्वसत है तो उन्हें लोगों को आतंकित करने की क्या आवश्यकता है. बता दें कि, आज (26 अप्रैल) को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए दार्जिलिंग, बालुरघाट और रायगंज में मतदान हो रहा है.
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