हैदराबाद: लोकसभा चुनाव 2024 के चुनावी अखाड़े में इस बार एक से बढ़कर एक कद्दावर और फायर ब्रांड नेता उतरे हैं. इतना ही नहीं इनमें कई उम्मीदवार धनकुबेर भी हैं. बात तेलंगाना राज्य की करें तो, हैदराबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही माधवी लता करोड़ों संपत्ति की मालकिन हैं. चुनावी अखाड़े में माधवी लता का मुकाबला ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमिन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन अवौसी से है. कांग्रेस ने मोहम्मद वलीउल्लाह समीर को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. बीजेपी कैंडिडेट माधवी लता ने अपने हलफनामे में अपने परिवार की चल और अचल संपत्ति 218. 38 करोड़ रुपये घोषित की है.
ओवैसी से ज्यादा संपत्ति लता के पास
माधवी लता के परिवार पर 27 करोड़ के देनदारी है. हलफनामे के मुताबिक, माधवी लता के परिवार के पास 165.46 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 55.92 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. दूसरी तरफ AIMIM के मुखिया असदुद्दीन अवौसी ने पारिवारिक संपत्ति 23.87 करोड़ रुपये और देनदारी 7 करोड़ रुपये घोषित की है. 19 अप्रैल को दाखिल उनके हलफनामे के अनुसार, उनके पास एक पिस्तौल और एक राइफल थी.
हैदराबाद का मुकाबला होगा दिलचस्प
भाजपा उम्मीदवार माधवी लता के परिवार के पास विरिंची लिमिटेड के 2.94 करोड़ शेयर हैं, जिनकी कीमत 94.44 करोड़ रुपये है. लता के पति विश्वनाथ कोमपल्ले, आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र, फिनटेक और हेल्थकेयर कंपनी के संस्थापक हैं. माधवी लता ने बताया कि उनके पास राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री है. बता दें कि, माधवी लता ने 13 मई को होने वाले चुनाव के लिए बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.
कौन हैं माधवी लता?
माधवी लता को सनातन का पैरोकार और हिंदूत्व का बड़ा चेहरा माना जाता है. उन्होंने कई मौकों पर खुलकर ओवैसी के खिलाफ बोलीं. हालांकि, चुनाव में माधवी का चेहरा नया है लेकिन उनकी पहचान काफी पुरानी है. तेलंगाना में माधवी लता को लोग प्रखर हिंदू नेता और सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर जानते हैं. कुल मिलाकर इस बार हैदराबाद का मुकाबला काफी दिलचस्प होने जा रहा है. क्योंकि 40 साल से जिन ओवैसी परिवार का इस सीट पर कब्जा रहा है वहां से माधवी लता सीधे मौजूदा सांसद असदुद्दीन ओवैसी को टक्कर देती नजर आ रही हैं.
हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र में सात विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं
- मलकपेट
- करवान
- गोशामहल
- चारमीनार
- चंद्रायनगुट्टा
- याकूतपुरा
- बहादुरपुरा
इन सात विधानसभा क्षेत्रों में से छह का प्रतिनिधित्व एआईएमआईएम विधायकों द्वारा किया जाता है. एक का प्रतिनिधित्व भाजपा विधायक द्वारा किया जाता है. 1989 से, AIMIM ने लगातार नौ बार हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्र में लोकसभा चुनाव जीता है.
हैदराबाद में ओवैसी की मजबूत पकड़
असदुद्दीन औवेसी 2004 से हैदराबाद सीट से सांसद हैं. असदुद्दीन ओवैसी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में करीब तीन लाख मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी. ओवैसी को 5 लाख17 हजार 100 वोट मिले थे, जबकि उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार भगवंत राव को 2,35,285 वोट मिले थे. तब कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले फिरोज खान 49,944 वोट पाए थे. इस बार 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने ओवैसी के किले को धवस्त करने के लिए अपने फायर ब्रांड नेता माधवी लता को चुनाव मैदान में उतारा है. माधवी लता यहां से जीत के लिए और एआईएमआईएम को कड़ी शिकस्त देने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही हैं. हैदराबाद में त्रिकोणीय मुकाबला होनी की उम्मीद जताई जा रही है.
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