नई दिल्ली: इस साल 19 अप्रैल को शुरू हुआ लोकसभा चुनाव शनिवार को 7वें मतदान के साथ 43 दिन बाद समाप्त होने जा रहा है. चुनाव खत्म होने के बाद सभी की निगाहें एग्जिट पोल पर होंगी, जो वोटिंग के आधिकारिक रूप से समाप्त होने के तुरंत बाद सामने आने शुरू हो जाएंगे.
चुनाव के नतीजे आने से पहले ही एग्जिट पोल आ जाएंगे, जो राजनीतिक दलों को रिजल्ट से पहले निराशा या फिर उत्साह से भर देंगे. वैसे कई बार एग्जिट पोल गलत भी साबित हो जाते हैं. बता दें कि चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे.
उल्लेखनीय है कि 2014 के लोकसभा चुनाव 7 अप्रैल से 12 मई के बीच हुए थे और नतीजे 16 मई को घोषित किए गए थे, जबकि 2019 का चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई के बीच हुआ और नतीजे 23 मई को आए थे.
2009 में क्या था एग्जिट पोल का अनुमान?
2009 में किए गए 4 एग्जिट पोल में यूपीए को 195 और एनडीए को 185 सीट मिलने की भविष्यवाणी की गई थीं. वहीं, जब चुनाव के नतीजे सामने आए तो यूपीए को 262 मिली और एनडीए 158 सीटों पर जीत दर्ज कर सकी. ये पोल ऑफ पोल्स के परिणाम थे.
2014 में क्या थे एग्जिट पोल?
2014 के लोकसभा चुनाव में 8 एग्जिट पोल किए गए थे. इनमें एनडीए को औसतन 283 और यूपीए को 105 सीट दी गई थीं, जबकि फाइनल रिजल्ट में एनडीए को 336 और यूपीए को 60 सीट मिली थीं.
2019 में क्या था परिणाम
इसी तरह 2019 लोकसभा चुनाव में 13 एग्जिट पोल किए गए. इनमें एनडीए को औसतन 306 और यूपीए को 120 सीट मिलने का दावा किया गया था, लेकिन जब नतीजे आए तो एनडीए को 353 और यूपीए को कुल 93 सीट मिली थीं.
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