तिरुवनंतपुरम: लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण में आज केरल में मतदान है. तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद और उम्मीदवार शशि थरूर ने अपना वोट डाला. इस मौके पर उन्होंने कहा कि 2024 का चुनाव भारत के भविष्य के बारे में है. उन्होंने कहा कि यह न केवल विविधता में विश्वास बहाल करेगा बल्कि देश के बहुलवाद में भी. थरूर ने आगे कहा कि चुनाव उनके अपने भविष्य से 'बहुत बड़े' हैं और उन्होंने यह बात बार-बार कही है.
तिरुवनंतपुरम में मीडिया से बात करते हुए थरूर ने कहा, 'एक कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में हर जंक्शन और हर पड़ाव पर, मैंने बार-बार यह बात कही है कि जहां तक मेरा सवाल है, यह चुनाव मेरे अपने भविष्य से कहीं ज्यादा बड़ा है. यह भारत के भविष्य के बारे में है.
यह दिल्ली (केंद्र ) में सरकार बदलने के बारे में है. यही करने के लिए हम यहां हैं. हम यहां लोकतंत्र को बहाल करने के लिए हैं. विविधता में विश्वास बहाल करने और भारत के बहुलवाद को बहाल करने के लिए हैं. पहली बार देश को पुनर्स्थापित करने का मौका है. थरूर ने कहा कि वह उस तरह की कड़वाहट, नफरत, सांप्रदायिकता से मुक्त देश के लिए लड़ रहे हैं जो काफी लंबे समय से भारत के राजनीतिक महौल पर हावी रही है.
एक ऐसा देश जो सांप्रदायिकता से मुक्त हो, एक ऐसा देश जो उस तरह की कड़वाहट, नफरत और अप्रिय अपशब्दों से मुक्त हो जो पिछले कुछ वर्षों में हमारे राजनीतिक प्रवचन पर हावी रहा है, मैं इसी के लिए लड़ रहा हूं. वामपंथी भी दावा करते हैं कि वे भी भाजपा के आलोचक हैं लेकिन उन्होंने कभी भी भाजपा के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा है. यही एकमात्र प्रश्न है जो मैं पूछ रहा था. इससे पहले आज कांग्रेस सांसद और तिरुवनंतपुरम से उम्मीदवार, शशि थरूर अपना वोट डालने के लिए निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र के बाहर कतार में खड़े हुए.
संयुक्त राष्ट्र के पूर्व राजनयिक और कांग्रेस नेता शशि थरूर तिरुवनंतपुरम निर्वाचन क्षेत्र से लगातार चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला दो-मोर्चे पर केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) नेता पन्नियन रवींद्रन से है. थरूर इस सीट पर वर्ष 2009 से काबिज हैं. हालांकि, इस बार उन्हें कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि भाजपा ने उनके खिलाफ एक मजबूत चेहरे को मैदान मे उतारा है. बीजेपी उम्मीदवार चन्द्रशेखर ने इलेक्ट्रॉनिक्स, उद्यमिता और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री है.
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान में 13 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 88 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं. इनमें केरल में 20, राजस्थान में 13, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में आठ-आठ, असम और बिहार में पांच-पांच, मध्य प्रदेश में छह, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में तीन-तीन शामिल हैं. वहीं, त्रिपुरा, मणिपुर और जम्मू-कश्मीर में एक-एक सीट पर मतदान है. ईसीआई के अनुसार 15.88 करोड़ से अधिक मतदाता दूसरे चरण में मतदान करेंगे. इसमें 8.08 करोड़ पुरुष मतदाता, 7.8 करोड़ महिला मतदाता और 5929 तीसरे लिंग के मतदाता शामिल हैं.